जनतंत्र डेस्क, बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बीजेपी की जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर की मौत मामले में ससुराल पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। श्वेता गौर का पति दीपक सिंह फरार है। मौत से दो दिन पहले श्वेता गौर ने जेठानी का मैसेज भेजा था जो सामने आया है।
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श्वेता सिंह ने लिखा था, ‘इन दिनों अगर मेरे साथ कुछ होता है इन सबका जिम्मेदार मेरा पति दीपक सिंह होगा। मैं जिंदा रही तो मिलूंगी, नहीं तो आने वाले समय के लिए अब किसी से कुछ नहीं कह पाऊंगी। मैं टूट गई हूं। मुझे रोज-रोज सताया जा रहा है। मुझे इतना टॉर्चर किया जा रहा है कि लगता है खुद ही कुछ कर लूं।’
श्वेता गौर बांदा में पूर्व IPS की बहू और जिला पंचायत सदस्य थीं। श्वेता की मौत का आरोपी पति दीपक सिंह भी बीजेपी नेता है। बुधवार को श्वेता का फंदे से लटकता हुआ शव मिला है।
बेटियों ने लगाया पिता पर आरोप
श्वेता की दो बेटियों ने मां की हत्या का आरोप पिता दीपक गौर और बाबा पूर्व IPS राज बहादुर सिंह पर लगाया है। दोनों बेटियों ने कहा कि पापा और बाबा मां को टॉर्चर करते थे। बेटियों ने यह भी बताया कि बुधवार को स्कूल जाने से पहले पापा ने कहा था ‘तुम्हारी मां तुम्हें मरी मिलेगी।’
बड़ी बेटी का कहना है कि पापा ने मम्मी के साथ बहुत बुरा किया। लखनऊ में कहा था कि तुम्हारी मां को बांदा जाकर मार दूंगा। दादी, बाबा, चाचा सबको जेल भिजवाएंगे। सबने मेरी मां को ताने मार-मार कर मार डाला। सभी मां को बुरा-बुरा बोलते थे और गालियां देते थे। दोनों बेटियों ने पीएम मोदी और सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है।
उधर, श्वेता की मौत मामले में पति, जेठ और सास-ससुर पर दहेज हत्या और उत्पीड़न का केस दर्ज किया गया है। आरोपी पति और भाजपा नेता दीपक अभी फरार है। जबकि सास-ससुर और जेठ घर पर ही हैं। पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।
श्वेता गौर बीजेपी महिला मोर्चा की महामंत्री रह चुकीं हैं। श्वेता का शव बुधवार को घर में साड़ी के फंदे से लटकता मिला। परिजनों की सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। वहीं, पति डॉ. दीपक सिंह गौर भी भाजपा नेता हैं। वह मौके से फरार हो गया। उसका फोन भी स्विच ऑफ था।