उत्तर प्रदेश: ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी की संक्रमण से मृत्यु होने पर परिजनों को मिलेंगे 50 लाख
देशभर में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. शनिवार शाम तक यह आंकड़ा 7500 हजार के पार पहुंच चुका था. ऐसे में देशभर के मेडिकल कर्मचारी दिन रात संक्रमित लोगों के बीच रहकर काम कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन भी अपनी ड्यूटी निडर होकर निभा रहा हैं. इसी के संदर्भ में उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बात का फैसला लिया है कि अगर किसी भी कर्मचारी की ड्यूटी करते वक्त कोरोना के संक्रमण से मृत्यु हो जाती है तो उनके परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाएगा.
परिजनों को दिया जाएगा 50 लाख का मुआवजा
उत्तर प्रदेश सरकार के इस बड़े फैसले की घोषणा राजस्व विभाग की मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने की. फैसले के मुताबिक अगर किसी भी सरकारी कर्मचारी की मृत्यु ड्यूटी करते वक्त कोरोना के संक्रमण में आने से हो जाती है तो उनके परिजन को सीधे 50 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके सीधे आदेश दिए हैं. मेडिकल स्टाफ और पुलिसकर्मियों के अलावा इस फैसले का फायदा सभी विभागों के सरकारी, अर्धसरकारी, संविदा और आउटसोर्सिंग के जरिए काम कर रहे कर्मचारियों को होगा.
हरियाणा सरकार देगी 30 लाख का मुआवजा
उत्तर प्रदेश सरकार से कुछ समय पहले ही हरियाणा सरकार ने मेडिकल स्टाफ और पुलिसकर्मियों को मुआवजा देने का फैसला लिया था. इस तरह के मुआवजे की घोषणा सबसे पहले हरियाणा ने की थी. हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बात की घोषणा की थी कि अगर किसी भी मेडिकल स्टाफ की या पुलिसकर्मी की कोरोना के संक्रमण में आने से मृत्यु हो जाती है तो उनके परिजनों को 30 लाख का मुआवजा दिया जाएगा.
- अनुश्री रस्तोगी