उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने आने वाले समय में सभी जिलों में एक-एक अटल आवासीय विद्यालय खोलने की बात कही है. इन सभी विद्यालयों को प्रत्येक विकासखंड में खोले जाने है. वहीं इन विद्यालयों में CBSE बोर्ड पर आधारित इन विद्यालयों में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे व अनाथ बच्चों के पढ़ने का फैसला प्रदेश की योगी सरकार ने लिया है.
CBSE बोर्ड के इन विद्यालयों में मुफ्त होगी शिक्षा
आपको बता दें कि प्रदेश की सरकार की ओर से अनाथ बच्चों और श्रमिक के बच्चों को बड़ी सौगात सरकार की ओर से मिलने जा रही है. वहीं मिली जानकारी के अनुसार इन स्कूलों में बच्चों को कक्षा 1 से लेकर 12 कक्षा तक शिक्षा मुफ्त मिलने वाली है. फिलहाल मंडल मुख्यालयों में 18 विद्यालय बन चुके हैं जिनमें पढ़ाई इसी साल से शुरू होने वाली है.
प्रमाण पत्र व शैक्षिणिक किट प्रदान की
आपको बता दें कि अपने ही आवास में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने 102 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का प्रमाण पत्र व शैक्षिणिक किट प्रदान की ये वहीं बच्चें है जिन्हें मुख्यमंत्री ने भिक्षावृत्ति से मुक्त कराया है. इस कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भिक्षाटन प्राचीन काल में भारतीय परंपरा का हिस्सा थी, इसमें संन्यासी के लिए दिन में एक बार किसी परिवार के पास जाकर भिक्षा लेने का प्रविधान था. इसके पीछे का मकसद अपने अहंकार को त्याग कर समाज को जानने-समझने का अवसर प्रदान करना था, लेकिन जब इसके साथ व्यवसाय जुड़ जाता है तो इसका खतरनाक पहलू भी देखने को मिलता है.
स्माइल परियोजना का हुआ आरंभ
बच्चों को अगवा करवा कर उनसे भिक्षा मंगवाने की कई खबरें सामने आती है. इस मामले पर मुख्यमंत्री बोले कि कई बार सुनने को आता है कि गिरोह बच्चों को दिव्यांग बनाकर उनसे जबरन भिक्षावृत्ति करवाते हैं. कई गिरोहों के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई भी होती रही है. भिक्षावृत्ति करने वाले परिवारों का पुनर्वास किया जा सके, इस दृष्टि से स्माइल परियोजना प्रारंभ की गई है. वहीं आज यहां 102 बच्चों का पुनर्वास किया जा चुका है. इसी के साथ इनकी बेसिक शिक्षा के लिए स्कूलों में इनका दाखिला भी करवा दिया गया है. इनके मन में कुछ नया करने की तमन्ना है उत्साह है. कुछ कर दिखाने का जज्बा है.
प्लेटफॉर्म देने का काम सरकार ने किया
आपको बता दें कि बच्चों की तमन्ना को पूरा करने का जिम्मा साथ ही इनके जज्बे को एक प्लेटफॉर्म देने का काम उत्तर प्रदेश की सरकार ने कर दिखाया है. प्रशासन ने अपने प्रति इस जिम्मेदारी को पूरा कर दिखाया है. योगी ने कहा कि किसी कार्य के लिए योजना की कमी नहीं है. आज बेसिक शिक्षा परिषद प्राइमरी स्कूलों में दाखिला लेने वाले हर बच्चे को यूनिफार्म, किताबें, ड्रेस, जूते-मोजे आदि उपलब्ध करा रहा है. बताया गया कि प्रदेश के बेसिक स्कूलों में आज 1.91 करोड़ बच्चे हैं. सभी को लाभ मिल रहा है. वहीं इस योजना के तहत बच्चों को स्कूल बैग, कापी, किताबें व यूनिफार्म प्रदान की गईं हैं. साथ ही इन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से जोड़ा गया है. इन्हें 2,500 रुपये प्रतिमाह मिलेगा. जो नवयुवक, महिलाएं, दिव्यांगजन भिक्षावृत्ति कर रहे हैं, उनका भी पुनर्वास कर उन्हें शासन की योजनाओं से लाभांवित किया जाए.