लखनऊ : कोरोना वायरस (Coronavirus India) के कारण देश भर में 2 महीने से ज्यादा से समय से लॉकडाउन (India Lockdown) जारी है। लॉकडाउन का सबसे बड़ा खामियाज़ा प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) को भुगतना पड़ा है, जिनका काम इस लॉकडाउन में बंद हो गया और रोज़ी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया। काम ठप्प होने की वजह से प्रवासी मजदूर अपने-अपने अपने घरों को लौट रहे हैं, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या रोज़गार (Employment) को लेकर ही है। हालांकि प्रवासी मजदूरों को अपने राज्य में काम उपलब्ध करवाने को लेकर यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) गंभीर नज़र आ रही है और मेक इन यूपी (Make in UP) अभियान को मजबूत करने में जुट गई है।
देश के अलग अलग हिस्सों से अब तक लगभग 26, लाख से ज़्यादा श्रमिक उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) वापस आ चुके हैं और योगी सरकार ने इनके रोज़गार को लेकर कमर कस ली है। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को रोज़गार और एक्सपोर्ट (Export) का बड़ा हब बनाने का फ़ैसला किया है। कोरोना की मार से ख़स्ताहाल व्यवस्था में सरकार की कार्ययोजना कैसे सफल होगी और इसको लेकर सरकार का रोडमैप क्या है ? इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना (Satish Mahana) ने JantantraTV से की ख़ास बातचीत।
Make in UP योजना से मजदूरों को मिलेगा रोजगार : सतीश महाना
जनतंत्र टीवी के साथ बातचीत में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि आने वाले समय में UP को नए निर्यात हब (Export Hub) के रूप में विकसित करने की तैयारी है और इसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि चीन में काम कर रही कम्पनियों (China Based Companies) के साथ ही अन्य देशों की कम्पनियों को भी देश में और ख़ास तौर पर UP में निवेश (Invest) करने के लिए सरकार की ओर से लगातार औद्योगिक नीतियों में भी बदलाव करने को लेकर मंत्रणा की जा रही है। जल्द ही कई कंपनियां UP में अपना कारोबार शुरू करेगी, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोज़गार मिलेगा।
कार्ययोजना को ज़मीनी स्तर पर ज़्यादा मज़बूत बनाने के प्रयास भी शुरू : सतीश महाना
सतीश महाना ने योगी सरकार की मुहिम मेक इन यूपी का जिक्र किया और कहा कि इस कार्ययोजना को ज़मीनी स्तर पर ज़्यादा मज़बूत बनाने के प्रयास भी शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भारी संख्या में UP वापस लौटे श्रमिकों को इससे रोज़गार देने पर भी रणनीति तैयार की जा रही है। बता दें कि योगी सरकार ने मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाने को लेकर स्किल मैपिंग का भी काम शुरू कर दिया है।
यूपी में निवेश के लिए कई औद्यगिक इकाइयां आई आगे : सतीश महाना
सतीश महाना ने कहा कि आज ही श्रमिकों और कामगारों को रोज़गार देने के लिए कई औद्योगिक इकाइयाँ आगे आयी है। सरकार की कोशिश मेक इन यूपी ब्रांड विकसित करने की है और इसके लिए तैयारी भी शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि जितने भी प्रवासी मजदूर वापस लौटे हैं, उन्हीं मजदूरो के जरिये यूपी को एक्सपोर्ट हब बनाने की तैयारी की जा रही है। कंपनियां यूपी में ज्यादा से ज्यादा निर्यात करे, इसके लिए उद्द्यमियों को कई तरह से दी जाएगी रियायतें दिए जाने की बात भी उन्होंने कही।