नई दिल्ली: Steroid: आज कल के समय में जिम करना एक फैशन और जरूरत बन गयी है। जिम का ट्रेंड युवाओं में ज्यादा प्रचलित क्रिया है, जिम करने के जूनून में युवा कई तरह के प्रोटीन व दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। जिससे कई बार उसका गलत असर देखने को मिलता है। कई बार युवा मसल्स बनाने के लिए स्टेरायड का सेवन करते हैं। ऐसे ही नोएडा के सर्फाबाद गांव में रहने वाले युवा जिम ट्रेनर की रविवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक स्टेरायड के सेवन से आदेश यादव (23) का हृदय कमजोर हो गया था।
Steroid : हैवी इंजेक्शन की डोज ली थी
आदेश लाकडाउन से पूर्व गांव में एक जिम में ट्रेनर थे। मसल्स बढ़ाने के लिए कई वर्षों से स्टेरायड Steroid के इंजेक्शन लगवाते थे। कुछ दिन पूर्व भी उन्होंने स्टेरायड के हैवी इंजेक्शन की डोज ली थी। बृहस्पतिवार को अचानक उनकी तबीयत खराब होने लगी। स्वजन उन्हें सेक्टर-50 स्थित नियो अस्पताल ले गए और उन्हें भर्ती कराया था। वहीं स्वजन ने अस्पताल पर डेढ़ लाख रुपये का अधिक बिल बनाने का आरोप लगाया है। उधर अस्पताल प्रबंधन ने बिना भुगतान शव देने से इन्कार कर दिया था। सूचना पर सेक्टर-49 कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंची और शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया।
स्टेरायड का सेवन खतरनाक
कैलाश अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के एक्सपर्ट डॉ. एके शुक्ला बताते हैं कि युवा वर्ग में जिम जाकर जल्द शरीर को चुस्त-दुरुस्त दिखाने के लिए स्टेरायड का चलन बढ़ा है। इसके सेवन से कम व्यायाम करने पर भी शरीर पर जल्द असर दिखता है, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल हार्मोंस में गड़बड़ी के साथ अनियंत्रित मधुमेह, अनियंत्रित उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, किडनी रोग, टीबी रोग, लिवर फेल होना, रोशनी कम होना, वजन बढ़ना, जोड़ों में दर्द, कैल्शियम की कमी से हड्डियों का कमजोर होना, प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने का कारण बनता है।
इन बीमारियों के चपेट में आने से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती। कई बार व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। यही वजह है कि चिकित्सक इसे लेने की सलाह नहीं देते हैं। स्टेरायड का सेवन खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। उनके पास प्रति माह ऐसे तीन से चार मरीज आते हैं। शरीर को चुस्त दुरस्त रखने के लिए सुबह के समय दौड़ के साथ शारीरिक व्यायाम व योग करें। खाने में प्रोटीन को शामिल करें। दूध, दही, दाल व सोयाबीन का सेवन करें।
जिम संचालकों के लिए महज़ कमाई का जरिया
स्टेरायड जिम संचालकों के लिए कमाई का जरिया बन चुका है। संचालक जिम के लिए आने वाले युवाओं को शरीर को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए स्टेरायड का सेवन करने की सलाह देते हैं, जो कि हानिकारक है। जिम में सस्ते और नकली स्टेरायड आसानी से मिल जाती है। संचालक स्टेरायड को सस्ता और किफायती बताकर बताकर युवाओं की जिदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। विशेषज्ञ बताते हैं जिम में बिकने वाले स्टेरायड पर रोक लगाने की जरूरत है। इसकी बिक्री व खरीद के लिए सरकार जल्द कानून बनाए।
नियो अस्पताल के सीईओ एके जैन बताते हैं की “स्टेरायड के सेवन से युवक की मौत हुई है। मरीज को अस्पताल में भर्ती करने से पूर्व तबीयत अधिक खराब होने की स्थिति से स्वजन को अवगत करा दिया था।”