प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के छोटे दुकानदारों और रोजगार करने वालों को बड़ा तोहफा दिया. प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों को दस हजार तक का कर्ज दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘पीएम स्वनिधि योजना’ के तहत उत्तर प्रदेश से जुड़े लाभार्थियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये संवाद किया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत सबसे ज्यादा आवेदन यूपी से ही आए हैं और यूपी में तेजी से कर्ज को मंजूरी दी जा रही है. गरीब के नाम पर राजनीति करने वालों ने गरीबों को लोन ना देने का माहौल बनाया था और खुद घोटाले करने वालों ने बेइमानी का ठीकरा गरीबों पर फोड़ा है. पीएम मोदी ने इस दौरान डिजिटल लेनदेन के लाभ बताए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज कम पढ़े-लिखे लोग जो दिहाड़ी रोजगार का काम करते हैं, उन्हें भी बिना किसी दिक्कत के बैंक से कर्ज मिल रहा है, ताकि वो अपना काम आगे बढ़ा सकें. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना ने दुनिया पर हमला किया, लेकिन भारत में गरीबों ने इसका डटकर सामना किया. पीएम बोले कि आज योजनाएं जमीन पर उतर रही हैं और लोगों की आशंकाएं पूरी हो रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘पीएम स्वनिधि योजना’ के तहत उत्तर प्रदेश से जुड़े लाभार्थियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये संवाद किया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने आगरा की प्रीति से बात की। प्रीति ने बताया कि लॉकडाउन के समय उन्हें काफी परेशानी हुई। नगर निगम की तरफ से हमें मदद मिली और फिर से हमने अपने काम शुरू किया। इसी बीच प्रधानमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि अधिकारी आपसे मिलकर समस्याओं को दूर करेंगे।
वहीं वाराणसी के लाभार्थी अरविंद से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा कि मोमोज कैसे बनाते हैं। उन्होंने पूछा कि आपको कैसे मदद मिली। इसपर अरविंद ने बताया कि केवल आधार कार्ड मुझे लोन मिल गया और फिर मेरा काम शुरू हो गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं बनारत आता हूं तो कोई मुझे मोमोज नहीं खिलाता है।
आपको बता दें कि कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से रेहड़ी-पटरी वालों की आजीविका पर असर पड़ा है। केंद्र सरकार ने ऐसे लोगों की मदद के लिए स्वनिधि योजना की शुरुआत 01 जून, 2020 को की थी। इस योजना के तहत बिना किसी गारंटी की रेहड़ी-पटरी वालों को 10 हजार रुपये तक लोन मिलता है। अब तक इस योजना के अंतर्गत 24 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, इनमें से 12 लाख आवेदनों को मंजूरी दी जा चुकी है और लगभग 5.35 लाख के ऋण वितरित किये जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में 6 लाख से अधिक आवदेन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 3.27 लाख को मंजूरी दी जा चुकी है और 1.87 लाख का ऋण वितरित किया जा चुका है।