बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार की जीत के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन कर उनको जीत के लिए शुभकामनाएं दी और साथ ही दक्षिण एशिया में शांति सुरक्षा मुद्दे पर बात कर अपनी मंसा को जाहिर किया । इसके अलावा बांग्लादेश की जनता को बंगबन्धु के सपनों पर भरोसा जताने और लोकतांत्रिक ताकतों पर भरोसा जताने के लिए बधाई दी ।
दरअसल प्रधानमंत्री ने हसीना से बातचीत के दौरान यह आश्वासन दिया कि भारत पड़ोसी बांग्लादेश को प्राथमिकता पर रखेगा। इस पर हसीना ने भी भारत द्वारा चलाये जा रहे विकास कार्यों के लिए धन्यवाद दिया। अगर भारत की तरफ से बांग्लादेश में किये जा रहे विकास कार्यों की बात की जाये तो सबसे पहले जिक्र जापान के सहयोग से बांग्लादेश के पायरा तट पर बनाये जा रहे उस बंदरगाह का किया जायेगा जिसका रणनीतिक महत्व तो है ही साथ ही इस पोर्ट के आसरे भारत को अपने पूर्वी प्रदेशों जुड़ने में आसानी होगी ।
इसके अलावा अगर बात की जाये दूसरे विकास कार्यों की तो उसमें सबसे ऊपर ऊर्जा क्षेत्र है । भारत बांग्लादेश को आज उसकी पूरी जरूरत का 10 फीसदी ऊर्जा सप्लाई करता है । यानी 1160 मेगावाट की आपूर्ति भारत द्वारा की जाती है।
भारत ऊर्जा के अलावा सड़क परियोजना और रेल नेटवर्क बिछाने का काम कर रहा है। इसके अलावा भी विकास कार्यों की फेहरिस्त में सबसे महत्वपूर्ण एलएनजी टर्मिनल लगाना है। भारत जापान का मिलकर बांग्लादेश में सड़क का जाल बिछाना और बंदरगाह का निर्माण करना चीन की बेल्ट रोड इनिसिएटिव (बीआरआइ) परियोजना का जवाब माना जा रहा है। जानकारों का मानना है कि बांग्लादेश में रोड़ और पोर्ट का विकास एशिया-अफ्रीका ग्रोथ कारीडोर (एएजीसी) परियोजना के तहत किया जायेगा। जिसकी घोषणा दो वर्ष पूर्व चीन के बेल्ट एंड रोड़ इनिसिएटिव के जवाब में की गयी थी ।