Pahalgam Terror Attack News : 12 फरवरी 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में 28 लोगों की मौत हुई जिसमें मृतकों में कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी भी शामिल हैं। आतंकियों ने उनकी पत्नी के सामने ही उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। हालांकि शुभम की शादी दो महीने पहले ही ऐशान्या के साथ हुई थी। वह अपने परिवार के 11 लोगों के साथ कश्मीर घूमने गए थे। हालांकि शुभम परिवार के साथ 23 अप्रैल को वापस लौटने वाले थे।
बता दें कि आतंकियों ने उनसे उनका नाम पूछा और कलमा पढ़ने को कहा। उसके बाद आतंकियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने आनन-फानन में उन्हें कश्मीर भेजा। कश्मीर के अस्पताल में शुभम की उपचार के दौरान मौत हो गई।
मैगी खा रहे थे, तभी हमलावर ने किया अटैक
22 अप्रैल को पहलगाम में शुभम अपनी पत्नी के साथ बैठकर मैगी खा रहे थे, तभी एक अजनबी व्यक्ति वहां पहुंचा और उनका नाम पूछकर हमला किया। शुभम के पत्नी ने घर वालों को बताया कि उस व्यक्ति ने पहले शुभम का नाम पूछा और फिर उसे कलमा पढ़ने के लिए कहा। जब शुभम ने उसे वहां से जाने को कहा, “तो उसने बंदूक निकालकर शुभम के सिर पर सटा दी और गोली मार दी। शुभम की पत्नी को उसने गोली नहीं मारी, बल्कि धमकी देते हुए कहा कि “जाकर अपनी सरकार को बता देना।”
घटना के वक्त परिवार के पांच सदस्य घुड़सवारी कर ऊपर गए थे जबकि बाकी छह लोग नीचे मौजूद थे। इस भयावह घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार ने यह विश्वास दिलाया था कि कश्मीर घाटी में अब आतंकवाद नहीं है, इसलिए उन्होंने वहां जाने का फैसला किया। लेकिन इस तरह की घटनाएं लोगों के मन में भय पैदा करती हैं और विश्वास को तोड़ती हैं। हालांकि शुभम की मौत ने एक खुशहाल परिवार को झकझोर दिया है।
शुभम के परिवार ने सरकार से की मांग
शुभम के चचेरे भाई और चाची ने सरकार से मांग की वह आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब दें। आतंकियों को ऐसा जवाब दिया जाए कि वह सोचने ने भी डरे की हिंदुस्तान के किसी आदमी पर गोली चलानी है। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने सरकार से आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने की मांग की ताकि आम नागरिक बेखौफ होकर पर्यटन स्थलों पर जा सकें। उन्होंने कहा कि अगर अब भी सरकार ठोस कदम नहीं उठाती, तो लोगों का भरोसा टूट जाएगा।