Chardham Yatra 2025: चारधाम यानी केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा इस साल 30 अप्रैल 2025 से शुरू हो रही है। इस बार रजिस्ट्रेशन करने वालों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है। चारों धाम हिमालयी क्षेत्रों में हैं, जो समुद्र तल से 2700 मीटर या उससे भी ज्यादा ऊंचाई पर हैं। इसलिए वहां का मौसम और वातावरण थोड़ा कठिन होता है, जैसे बहुत ठंड, कम ऑक्सीजन, तेज़ अल्ट्रावायलेट किरणें और कम हवा का दबाव। इसीलिए उत्तराखंड टूरिज्म ने सभी यात्रियों के लिए कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिन्हें हर यात्री को पालन करना चाहिए।
यात्रा से पहले कैसे तैयारी करें?
हर दिन 5-10 मिनट ब्रीदिंग एक्सरसाइज यानी सांस लेने की कसरत करें। रोजाना 20-30 मिनट टहलने की आदत डालें।अगर आपकी उम्र 45 साल से ज्यादा है या आपको दिल की बीमारी, अस्थमा, डायबिटीज या ब्लड प्रेशर है, तो यात्रा से पहले डॉक्टर से स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं।
यात्रा की योजना कैसे बनाएं?
कम से कम एक सप्ताह की यात्रा की योजना बनाएं ताकि शरीर को आराम और एडजस्ट होने का समय मिले। पैदल यात्रा (ट्रेकिंग) करते समय हर घंटे एक छोटा ब्रेक लें ताकि आपको सांस लेने में कोई दिक्कत ना हो। वाहन से यात्रा कर रहे हैं, तो हर 2 घंटे बाद 5-10 मिनट का ब्रेक लें।
मौसम की जानकारी लेना न भूलें
यात्रा शुरू करने से पहले मौसम की रिपोर्ट जरूर देखें। अगर मौसम बहुत ठंडा है तो उसके अनुसार पर्याप्त गर्म कपड़े लेकर घर से निकलें। हालांकि, अगर डॉक्टर ने यात्रा से मना किया है, तो उनकी सलाह मानें और यात्रा न करें।
रजिस्ट्रेशन जरूर करें
उत्तराखंड टूरिज्म द्वारा चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है। यात्रा पर जाने से पहले रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं।