Mahashivratri-Mahakumbh 2025 : महाशिवरात्री (Mahashivratri) के मौके पर करोड़ों शिव भक्तों का सैलाब इस वक्त सड़को पर उमड़ हुआ है। बड़ी तादाद में कावड़ भोले का जलाभिषेक और पूजा करने के लिए निकले हुए है। भक्त थूक जिहाद का शिकार ना बने इसके लिए फिर हिंदू नेताओं ने अपील की है। जहां हिंदू देवताओं की तस्वीर और भगवा पताका लगी हो बस वही से सामान खरीदे।
वीएचपी नेता राजकमल गुप्ता ने की खास अपील
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) से ठीक पहले वीएचपी नेता राजकमल गुप्ता (RajKamal Gupta) ने कांवड़ियों से अपील की है कि वो सिर्फ उन रेहड़ी पटरी वालों से ही खाने पीने का सामान खरीदें जिनकी दुकानों पर भगवानों की तस्वीर लगी हो । हिन्दू नेता ने दावा किया कि कांवड़ियों को थूक जिहाद से बचाने के लिए उन्होंने ये अपील की, वहीं मुजफ्फरनगर में इस अपील का असर भी नज़र आया। वही लोगों में इस अपील का असर दिखने लगा है। हिंदुओं ने खुद ही अपने दुकानों पर तिरंगे के साथ साथ भगवा झंडा भी लगाना शुरु कर दिया।
मुजफ्फरनगर की सड़को पर लहराया भगवा
उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की सड़कों से जब आप गुजरेंगे तो सड़क किनारे लगी दुकानों पर आपको सिर्फ भगवा झंडा देखने को मिलेगा। महाशिवरात्री पर कांवड़ यात्रा जैसे हिंदुओं के त्यौहारों से ठीक पहले नेशनल हाईवे 58 के किनारे लगे इन ठेलों पर इस बार सरकार के किसी दबाव या फिर आदेश की वजह से तिरंगा या भगवा झंडा नहीं लगाया गया है। इस बार तो ठेले वालों ने खुद ही अपनी मर्जी से अपने ठेलों पर तिरंगा औऱ भगवा झंडा लहराया है। क्योंकि वो चाहते हैं हिंदुओं ठेले पहचानने में कोई परेशानी ना हो और जैसे ही वो भगवा झंडा या तिरंगा देखेंगे। तो रुककर समान जरुर खरीदेंगे।
एक बार फिर दुकानों-ठेले पर लगे भगवा झंडे
जिस मुजफ्फरनगर जिले से दुकानों पर नेम प्लेट लगाने का विवाद शुरू हुआ था। उसी मुजफ्फरनगर जिले में अब ठेले पर भगवा झंडे के साथ तिरंगा लहरा रहा है। क्योंकि ग्राहक भी यही चाहते हैं कि वह हिंदुओं की दुकान या ठेले से ही सामान खरीदे इसलिए ठेले वालों ने भी तिरंगा और भगवा झंडा लगाना शुरू कर दिया जिससे उनकी बिक्री भी बढ़ गई। तो वहीं हिंदुओं के इस कदम से मुस्लिम समुदाय के दुकानदारों की बिक्री पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि कोई भी हिंदू ग्राहक भगवा देखकर आसानी से समझ जाएगा। यह हिंदू की दुकान है और और उसी दुकान पर जाएगा जबकि मुसलमानों की दुकान पर भगवा ना होने की वजह से उनकी दुकानों पर जाने से बचेगा।
सीएम योगी के आदेश पर लगी थी रोक
बता दें कि साल 2024 में सावन का महीना था। जब सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ दूसरी बार सत्ता संभाल रहे थे। उस दौरान थूक जिहाद, नेम प्लैट, लैंड जिंहाद को लेकर सीएम योगी कारवाई भी कर रहे थे। इतना ही नहीं उस वक्त नेम प्लेट विवाद पर विपक्ष ने भी अपनी खूब रोटियां सेकी थी। लेकिन देश की सबसे बड़ी सर्वोच्चअदालत ने इस पर आदेश दे दिया था कि दुकानदारों को अपनी दुकान पर नेप प्लेट लगाने की जरुरत नहीं है।