रश्मि सिंह|Delhi-Ncr AQI: दिल्ली-एनसीआर में लगातार खराब होते AQI को देखते हुए GRAP का दूसरा चरण लागू करने के निर्देश दिए गए है। इसके साथ ही वायु प्रदूषण में कमी लाने को लेकर लोगों से अपील की गई है। एक तरफ जहां दिल्ली वासियों को गर्मी से राहत मिली है वहीं दूसरी तरफ वायू प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में रविवार यानी 22 अक्टूबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स 266 बना हुआ है जो कि खराब श्रेणी में आता है।
दिल्ली के कुछ इलाकों में हवा बहुत खराब श्रेणी में जा चुकी है, आनंद विहार में एक्यूआई 273, दिल्ली यूनिवर्सिटी के आसपास एक्यूआई 317 और नोएडा में 290 बना हुआ है। 23 और 24 अक्टूबर को दिल्ली में मौसम विभाग ने एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहने की भविष्यवाणी की है जिसको देखते हुए ग्रेप की दूसरी स्टेज लागू कर दी गई है।
GRAP के स्टेज-2 में रहेगी ये पाबंदियां
- सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए पार्किंग शुल्क बढ़ाया जाएगा
- सड़को पर लगातार पानी का छिड़काव किया जाएगा
- होटल रेस्टोरेंट में तंदूर में कोयले और लकड़ी जलाने पर भी पाबंदी रहेगी
- चिन्हित हॉटस्पॉट पर प्रदूषण फैलाने पर कार्रवाई हो सकती है।
- एसेंशियल सर्विसेज के अलावा बाकी जगह पर डीजल से चलने वाले जनरेटर पर भी सक्त पाबंदी रहेगी।
- प्रदूषण के स्रोत और उनके रोकथाम के लिए जितने निर्माण स्थल है उनका निरीक्षण किया जाएगा और प्रदूषण फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
- आम लोगों से आग्रह किया गया है कि वह नागरिक चार्ट का पालन करें और ग्रेप उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करने में अपना योगदान दें।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा इस्तेमाल करें।
- कम भीड़ वाला रास्ता चुने भले ही वह थोड़ा लंबा क्यों ना हो।
- अपनी गाड़ियों का लगातार एयर फिल्टर बदलें और एयर इंडेक्स मीटर को चेक करते रहें।
- नवंबर से लेकर जनवरी के महीने में धूल पैदा करने वाली निर्माण गतिविधियों को रोकें और बायोमास और सॉलिड वेस्ट को खुले में जलाने से बचे।
GRAP के स्टेज ऐसे होते हैं लागू
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के आधार पर GRAP को चार चरणों में बांटा गया है। पहला चरण AQI के खराब होने यानी 201-300 होने पर लागू किया जाता है। दूसरा चरण (AQI) 301-400 (बहुत खराब) होने पर , तीसरा चरण (AQI) 401-450 (गंभीर) होने पर और चौथा चरण (AQI ) 450 से ज्यादा (गंभीर से भी ज्यादा) होने पर लागू किया जाता है।