Operation Sindoor Debate Loksabha: संसद के मानसून सत्र (Mansoon Session 2025) में आज लोकसभा ( Loksabha) में सोमवार, 28 जुलाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर 16 घंटे की मैराथन बहस शुरू होगी। इस बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोपहर 12 बजे करेंगे। इस बहस का मुख्य उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर होगा। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी नेता सरकार को कठघरे में खड़ा करने की तैयारी में हैं। जिसमें सरकार और विपक्ष के बीच तीखी टक्कर की संभावना है।
क्या है चर्चा का एजेंडा?
लोकसभा सचिवालय ने सोमवार के एजेंडे में “पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के सशक्त, सफल और निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा” को सूचीबद्ध किया है तो वही इस चर्चा के लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। राज्यसभा में इसी मुद्दे पर मंगलवार यानी 29 जुलाई को चर्चा होगी, जिसके लिए 9 घंटे तय किए गए हैं।
सरकार की क्या है रणनीति?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बहस की तैयारी के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ कई दौर की बैठकें की हैं। सरकार इस चर्चा में आतंकवाद के खिलाफ अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को मजबूती से पेश करेगी। गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अनुराग ठाकुर, निशिकांत दुबे सहित भाजपा के अन्य प्रमुख सांसद भी चर्चा में भाग लेंगे और सरकार का पक्ष रखेंगे। संभवतः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चर्चा में हिस्सा लेंगे।
विपक्ष की भी है पूरी तैयारी
विपक्षी गठबंधन INDIA, खासकर कांग्रेस, ने इस मुद्दे पर लंबे समय से चर्चा की मांग की थी। कांग्रेस ने अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर सोमवार से तीन दिन तक सदन में मौजूद रहने को कहा है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, गौरव गोगोई, मनीष तिवारी, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, एनसीपी की सुप्रिया सुले, और तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी सहित कई वरिष्ठ नेता बहस में चर्चा में भाग लेंगे। विपक्ष पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान युद्धविराम मध्यस्थता के दावों पर भी सवाल उठा सकता है।
बताते दें कि मानसून सत्र की शुरुआत हंगामेदार हुई थी, जब विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) और अन्य मुद्दों पर कार्यवाही जोरदार हंगामा किया तो वही विपक्ष ने पहले दिन ही ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया था।
‘दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हो बहस’: मायावती
बसपा सुप्रीमो और पूर्व यूपी सीएम मायावती (Mayawati) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद में आज से शुरू होने वाली चर्चा को, सत्ता व विपक्ष को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लेना चाहिये। आगे महिलाओं का सिंदूर ना उजड़े तथा माँ को भी अपने बेटे गंवाने ना पड़े इस पर सरकार एवं विपक्ष को मिलकर ठोस रणनीति के तहत कार्य करना चाहिये, यही समय की माँग भी है।
’ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद में आज से शुरू होने वाली चर्चा को, सत्ता व विपक्ष को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लेना चाहिये। आगे महिलाओं का सिंदूर ना उजड़े तथा माँ को भी अपने बेटे गंवाने ना पड़े इस पर सरकार एवं विपक्ष को मिलकर ठोस रणनीति के तहत कार्य करना चाहिये, यही समय की माँग भी है।
— Mayawati (@Mayawati) July 28, 2025
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ, लेकिन शुरुआती दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए। विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर और बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की थी। सरकार और विपक्ष के बीच सहमति के बाद यह बहस तय हुई। यह चर्चा न केवल ऑपरेशन की सफलता को रेखांकित करेगी, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति पर सरकार के रुख को स्पष्ट करेगी।