New Delhi Railway Station Stampede News : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की रात बेहद दर्दनाक हादसा हुआ। अचानक हुई भगदड़ में 20 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए। इस भगदड़ में लोगों ने अपने भाई, बहन, माता-पिता ना जाने कितने रिश्तों को खो दिया। यह घटना उस समय हुई जब प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या में अचानक से बढ़ गई। स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल बन गया। भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि लोगों का दम घुटने लगा। इस मामले पर आरपीएफ (RPF) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है।
आरपीएफ की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
आरपीएफ की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे के अलग-अलग डिपार्टमेंट के करीब 300 कर्मचारी घटना के समय स्टेशन पर मौजूद थे। जिनमें 80 से ज्यादा आरपीएफ (RPF) के जवान भी थे। आरपीएफ ने अपनी रिपोर्ट में कुल 400 से ज्यादा स्टेटमेंट्स इकट्ठे किए हैं। इन सभी स्टेटमेंट्स को जांच कमेटी की तरफ से क्रॉस-चेक किया जाएगा। इन्हीं के आधार पर घटना की वजह का पता लगाया जाएगा।
अनाउंसमेंट में बदलाव से मची भगदड़
आरपीएफ के नई दिल्ली पोस्ट के इंचार्ज इंस्पेक्टर के मुताबिक “प्लेटफॉर्म 12 से शिवगंगा एक्सप्रेस के रवाना होने के बाद यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ने लगी। जिसकी वजह से प्लेटफॉर्म 12-13, 14-15 और 16 पर यात्री फंस गए और उनका दम घुटने लगा। फिर स्टेशन डाइरेक्टर को प्लेटफॉर्म टिकट बेचने से मना किया गया।
उसके बाद करीब 8:45 पर अनाउंसमेंट की गई कि कुंभ स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 से रवाना होगी। लेकिन कुछ समय बाद दोबारा अनाउंसमेंट की गई कि कुंभ स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 की बजाय प्लेटफॉर्म 16 से जाएगी। इसी बदलाव के कारण यात्री भ्रमित हो गए और प्लेटफॉर्म 16 पर जाने के लिए भागने लगे। जिसकी वजह से भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। उस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर उत्तर संपर्क क्रांति ट्रेन खड़ी थी। जिसकी वजह से यात्री फंस गए और वहीं खड़े-खड़े अपनी मौत का इंतजार करने लगे।