जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: राजस्थान के कोटा में चर्चित देवा गुर्जर हत्याकांड में आरोपियों की लगातार गिरफ्तारी जारी है। एसआईटी ने अब तक पुलिस ने 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। इनके अलावा टीम दबिश भी दे रही है। देवा गुर्जर की मौत का मामला इतना क्यों सुर्खियों में बना हुआ है और क्यों पुलिस देवा की मौत पर इतनी सक्रिय है यह जानना जरूरी है। लेकिन उससे पहले आपको बताते हैं कौन था देवा गुर्जर, ज्यादातर लोगों के लिए देवा किसी हिरो से कम नहीं था। वह बूरे लोगों के साथ बूरा और अच्छों के साथ अच्छे सुलूक की धारणा पर चलता था।
दोनों बीवियों को रखता था साथ
अक्सर फिल्मों में ये ही देखा है कि पुलिस चोर को पकड़ने के लिए उसके पीछे लगी रहती है लेकिन ये डॉन सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहता है। देवा गुर्जर की मौत के बाद उसकी जिदंगी से जुड़े कई दिलचस्प पहलु सामने आ रहे हैं। बेटे की चाहत में देवा गुर्जर ने दो शादियां की दूसरी शादी पहली पत्नी की रजामंदी से की। उसकी एक पत्नी का नाम काली बाई और दूसरी का इंदिरा बाई था। वह अपनी दोनों पत्नियों के साथ सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर शेयर किया करता था।
इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स
यहां तक की दोनों को शॉपिंग और घुमाने भी साथ लेकर जाता था। देवा गुर्जर की दोनों पत्नियों में आपस में भी बहुत प्यार था। देवा गुर्जर बेटियों से भी बराबर प्यार करता था लेकिन बेटे की चाहत थी तो दूसरी शादी की। सोशल मीडिया पर देवा गुर्जर काफी एक्टिव रहता था उसके लाखों फॉलोवर भी थे। सोशल मीडिया पर वह डॉन देवा गुर्जर ही लिखता था। सोशल मीडिया के लिए बकायदा वह कैमरा पर्सन रखता था। जो उसके हर फोटो शूट में साथ होता था। सोशल मीडिया पर उसके वीडियोज और उसकी फैन फॉलोइंग अपने-आप में एक नई हिस्ट्री बना चुके हैं।
बाबूलाल गुर्जर की एंट्री बनी काल
देवा गुर्जर लोगों के लिए रॉबिनहुड से कम नहीं था। जिससे किसी को उससे कोई दिक्कत नहीं थी। खूब पैसे कमाए, ठेके पर कई गाड़ियां भी चलती थीं। सब कुछ सही चल रहा था, बीवी खुश, बच्चे खुश लोग खुश और सोशल मीडिया पर भी किसी हिरो से कम नहीं था। लेकिन अचानक देवा गुर्जर की जिंदगी में आया बाबूलाल गुर्जर जो धीरे धीरे उसके काम में पार्टनर बन गया। दोनों की दोस्ती भी काफी गहरी हो गई थी देवा ने अपने ज्यादातर काम भी उसे सौंप दिए थे। लेकिन बाबूलाल गुर्जर को देवा गुर्जर बनना था। उसके जितना फेमस, सोशल मीडिया पर छाना चाहता था।
बाबूलाल के मन में क्या चल रहा था इससे देवा गुर्जर बिल्कुल अंजाम था। लेकिन असल में वहीं उसका सबसे बड़ा दुश्मन था। 5 अप्रैल को दिनदहाड़े रावतभाटा में कोटा बेरियर डेम रोड पर सैलून की दुकान में 40 साल के देवा गुर्जर पर गंडासे, धारदार हथियारों और कुल्हाड़ी हमला किया गया था। इस दौरान गोली भी मारी गई थी। इसमें देवा गुर्जर की मौत हो गई थी। उस दौरान देवा गुर्जर अपनी गाड़ी ठीक कराने के लिए मिस्त्री के पास आया था। देवा गुर्जर के सैलून की दुकान पर पहुंचने के कुछ देर बाद ही हमलावरों ने हमला कर दिया। इसे जिस तरह अंजाम दिया गया, उससे साफ पता चल रहा था कि इसके लिए पूरी प्लानिंग की गई थी।
लोगों में रोष, बड़े नेता को आना पड़ा
देवा गुर्जर की मौत के बाद कोटा में तनाव की स्थिति पैदा हो गई लोगों ने गाड़ियां फूंक दी। इनकी एक ही मांग थी कि देवा गुर्जर के कातिलों को अरेस्ट किया जाए। बताया जाता है एक बड़े नेता को बीच में आना पड़ा तब जाकर भीड़ शांत हुई। पुलिस ने मुख्य आरोपी बाबू गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में लगातार गिरफ्तारियां जारी हैं।
देवा गुर्जर को पता था कि उसके साथ कुछ अनहोनी होने वाली है। इस कारण उसने 26 मार्च को कोटा के आरके पुरम थाने में कुछ लोगों के खिलाफ उसे जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दी थी।
देवा गुर्जर की मौत के बाद कई पहलु निकल कर सामने आए। जिस तरह वह लोगों की मदद करता था, नेताओं से भी उसकी जान पहचान थी। सोशल मीडिया पर तो वह काफी फेमस था ही। ऐसे में वह नायक था या खलनायक ये भी सवाल है।