आजकल सभी अपने सौन्दर्य के लिए सभी तमाम तरह की कोशिशें करते हैं। कुछ लोग जवान दिखने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। इन्हीं कुछ लोगों में से एक व्यक्ति है जो अपने ऊपर क़रीब 2 मिलियन डॉलर यानी क़रीब 16 करोड़ रुपये ख़र्च कर देता है। आख़िर वह शख्स क्या तरीक़ा अपना रहा है और अपने परिवार के दो लोगों को भी उसमें उसने क्यों जोड़ रखा है?
दरअसल यह मामला 45 वर्षीय ब्रायन जॉनसन का है। 30-40 की उम्र में उसकी किस्मत तब चमकी जब उसने अपनी कंपनी ब्रेंट्री पेमेंट सॉल्यूशंस को 800 मिलियन डॉलर नकद में ईबे को बेच दिया। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार ब्रायन कहते हैं कि इन रुपये के दम पर उन्होंने जो अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव किया है उससे उन्हें 37 वर्षीय शख्स के दिल, 28 वर्षीय व्यक्ति की त्वचा, और 18 वर्षीय व्यक्ति की फेफड़ों की क्षमता और फिटनेस का अनुभव होता है।
ब्रायन बेहद सख़्त दिनचर्या का पालन करते हैं। इसमें एक्सरसाइज से लेकर खानपान तक की दिनचर्या शामिल है। इसके लिए 30 डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक टीम है जो उनके स्वास्थ्य की देखरेख करती है। इस दिनचर्या के अलावा वह एक ख़ास मेडिकल प्रक्रिया से भी गुजरते हैं।
45 वर्षीय ब्रायन जॉनसन अपने 70 वर्षीय पिता रिचर्ड और 17 वर्षीय बेटा टैल्मेज के साथ डलास के पास एक स्वास्थ्य सेवा क्लिनिक में जाते हैं। वहां वे अपने रक्त प्लाज्मा की अदला-बदली करते हैं।
बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान प्लाज्मा थैरेपी प्रचलित रही थी। इसमें कोरोना संक्रमण से ठीक हुए व्यक्ति के प्लाज्मा को कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शरीर में ख़ून के रूप में चढ़ाया जाता था जिससे कि कोरोना से लड़ने वाले एंटीबॉडी को कोरोना संक्रमित शख्स के शरीर में डाला जा सके।
रिपोर्ट के अनुसार टैल्मेज पहले जाता है, उसका एक लीटर ख़ून निकाला जाता है और एक मशीन के माध्यम से तरल प्लाज्मा, लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स को अलग किया जाता है। इसके बाद ब्रायन उसी प्रक्रिया से गुजरते हैं। उसके बाद एक अतिरिक्त प्रक्रिया होती है जिसमें उनके बेटे टैल्मेज के प्लाज्मा को ब्रायन की नसों में डाला जाता है। रिचर्ड अंत में जाता है और ख़ून निकाले जाने के बाद उनको ब्रायन का प्लाज्मा चढ़ाया जाता है।
यह वह प्रक्रिया है जिसको पहले चूहों पर आजमाया गया है। चूहों के प्रयोगों से पता चला कि बूढ़े चूहों में युवा चूहों से द्रव्य पदार्थ चढ़ाने से बूढ़े चूहे तरोताज़ा अनुभव करते हैं। इन परिणामों से प्रेरित होकर, कुछ लोगों ने खुद पर प्रयोग करने का विकल्प चुना है। ब्रायन भी यही कर रहे हैं।