नई दिल्ली – Tokyo Olympics 2020: भारत की महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में पहली बार पदक जीतने का सपना चकनाचूर हो गया है। शुक्रवार को खेले गए ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में भारत को रियो ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट ग्रेट ब्रिटेन ने 4-3 से मात दी। भारत के लिए गुरजीत कौर ने सबसे ज्यादा दो गोल किए। गुरजीत (25वें एवं 26वें मिनट) के अलावा वंदना कटारिया ने 29वें मिनट में स्कोर किया। ग्रेट ब्रिटेन के लिए इलेना रायर ने 16वें, सारा रॉबर्टसन ने 24वें, होली पियरने वेब ने 35वें और ग्रेस बाल्सडन ने 48वें मिनट में गोल दागे।
पुरुष टीम ने गुरुवार को कांस्य पदक के मैच में जर्मनी को 5-4 से हराकर 41 साल बाद ओलंपिक पदक हासिल कर इतिहास रच दिया था। भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक मे अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बाद शुक्रवार को देश की खुशी दोहरी नहीं दे कर पाई और ब्रॉन्ज मेडल मैच में हार गईं। फिर भी टीम की सराहना हो रही है। उसने खुद को पदक की रेस में शामिल किया था।
Tokyo Olympics 2020: तीन बार चैम्पियन टीम ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची भारत की बेटीयां
मौजूदा औलंपिक में वह पहले ही तीन बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचकर अविश्वसनीय प्रदर्शन कर चुकी थी, लेकिन भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला इतना आसान नहीं था। क्योंकि उन्हें पूल चरण में गत चैम्पियन ग्रेट ब्रिटेन से 1-4 से हार झेलनी पड़ी थी। सातवें नंबर की टीम दुनिया की चौथे नंबर की ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ बिना किसी दबाव के सर्वश्रेष्ठ करने के लिए उतरी थी। पर नतीजा भारत की बेटियों के पक्ष में नहीं रहा।
Tokyo Olympics 2020: ब्रॉन्ज मेडल का कुछ ऐसा रहा मुकाबला
पहले क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन ने भारतीय टीम पर दबाव बनाए रखा। खेल के दूसरे ही मिनट में ग्रेट ब्रिटेन को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन सविता पूनिया ने शानदार बचाव कर गोल नहीं होने दिया। फिर खेल के दसवें मिनट में भी विपक्षी टीम को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन भारतीय डिफेंस इस मौके पर काफी सतर्क थी । इसके बाद ग्रेट ब्रिटेन ने गोलपोस्ट पर दो अटैक किए, जिसे भारतीय गोलकीपर ने नाकाम कर दिया।
दूसरे क्वार्टर में गोलों की बरसात हुई और कुल पांच गोल दागे गए। क्वार्टर के पहले ही मिनट में इलेना रायर ने बेहतरीन फील्ड गोल करके ग्रेट ब्रिटेन को 1-0 की बढ़त दिला दी। खेल के 19वें मिनट में लालरेमसियामी के पास भारत को बराबरी दिलाने का मौका था, लेकिन गोलकीपर मैडी हिंच ने इस मौके पर शानदार बचाव किया। फिर अगले ही मिनट भारतीय टीम को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन भारत इसे भुनाने में सफल नहीं रहा। खेल के 24वें मिनट में सारा रॉबर्टसन ने फील्ड गोल करके भारत को 3-2 से आगे कर दिया।
तीसरे क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन ने भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की। इस क्वार्टर के पांचवें मिनट में कप्तान होली पियरने वेब ने मैदानी गोल कर ग्रेट ब्रिटेन को 3-3 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद भारतीय टीम को लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वह गोल नहीं कर पाईं। खेल के 42वें मिनट में इसाबेल पीटर के शॉट पर सविता पूनिया ने शानदार बचाव कर मौके को नष्ट कर दिया।क्वार्टर के आखिरी मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार भी भारत गोल नहीं कर सका।
चौथे क्वार्टर की शुरुआत में ही ग्रेट ब्रिटेन को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन भारतीय डिफेंडर ने इस मौके को नाकाम कर दिया। खेल के 48वें मिनट में ग्रेस बाल्सडन ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके अपनी टीम को 4-3 से आगे कर दिया। खेल के 52वें मिनट में भारतीय टीम को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बेहतरीन मौके को टीम भुला नहीं पाई। इसके बाद भारत ने बराबरी करने की कोशिश की, लेकिन ग्रेट ब्रिटेन की डिफेंस ने भारत को गोल नहीं करने दिया।
भारतीय महिला टीम को ग्रप-ए में नीदरलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन, आयरलैंड और साउथ अफ्रीका के साथ रखा गया था। वहीं, ग्रुप-बी में ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड, जापान, चीन और स्पेन की टीमें शामिल थीं। सभी टीमें एक-दूसरे से खेलीं और दोनों ग्रुप से शीर्ष चार टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं। भारत अपने ग्रुप में दो जीत और तीन हार के साथ चौथे स्थान पर रही ।
टोक्यो में महिला टीम का अभियान नीदरलैंड, जर्मनी और गत चैम्पियन ब्रिटेन से लगातार तीन मैचों में हार से शुरू हुआ, लेकिन उसने शानदार वापसी करते हुए अपने से ऊंची रैंकिंग की आयरलैंड को 1-0 से हराने के बाद दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से शिकस्त देकर खुद को दौड़ में बनाए रखा। भारत का अंतिम आठ में स्थान ब्रिटेन के पूल-ए के अंतिम मैच में आयरलैंड को 2-0 से हराने के बाद सुनिश्चित हुआ। फिर क्वार्टर फाइनल में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि सेमीफाइनल में भारत को अर्जेंटीना के हाथों 2-1 से हार का सामना करना पड़ा।