नई दिल्ली: वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत की करारी हार के बाद भी विराट कोहली को टीम का कप्तान बनाए रखने पर महान भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि चयनकर्ता कठपुतली हैं। कोहली को दोबारा कप्तानी सौंपे जाने के लिए आधिकारिक बैठक होनी चाहिए थी।
गावस्कर ने अपने एक लेख में लिखा है, ‘अगर उन्होंने (चयनकर्ता) वेस्टइंडीज दौरे के लिए कप्तान का चयन बिना किसी मीटिंग के कर लिया तो यह सवाल उठता है कि क्या कोहली अपनी बदौलत टीम के कप्तान हैं या फिर चयन समिति की खुशी के कारण हैं।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘जितना हमें पता है, उसके मुताबिक कोहली सिर्फ विश्व कप तक के लिए ही कप्तान था। इसके बाद चयनकर्ताओं को इस मसले पर मीटिंग बुलानी चाहिए थी. यह अलग बात है कि यह मीटिंग पांच मिनट ही चलती, लेकिन ऐसा होना चाहिए था।’
गावस्कर ने विराट की कप्तानी पर सवाल उठाते हुए लिखा, ‘चयन समिति में बैठे लोग कठपुतली हैं। पुनर्नियुक्ति के बाद कोहली को मीटिंग में टीम को लेकर अपने विचार रखने के लिए बुलाया गया। प्रक्रिया को बाईपास करने से यह संदेश गया कि केदार जाधव, दिनेश कार्तिक को खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर किया गया, जबकि विश्व कप के दौरान और उससे पहले कप्तान ने इन्हीं खिलाड़ियों पर भरोसा जताया था और नतीजा हुआ था कि टीम फाइनल में भी नहीं पहुंच सकी।’