लखनऊ: उन्नाव रेप केस की सुनावई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता का इलाज लखनऊ में ही कराने का आदेश दिया, वहीं पीड़िता के चाचा को सुरक्षा कारणों के मद्देनजर रायबरेली जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल शिफ्ट करने का फैसला सुनाया। इस पर बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान सामने आया है।
उन्नाव रेप पीड़िता व उसके परिवार की सत्ता शक्ति द्वारा जो दुःख/व्यथा है वह अक्षम्य व सरकार को लज्जित करने वाला है जिसकी क्षतिपूर्ति नहीं हो सकती है। फिर भी मा सुप्रीम कोर्ट ने जो हस्तक्षेप किया है वे उसके लिए बधाई के पात्र है। लेकिन दोषियों को सख्त सजा मिलने पर ही इंसाफ हो पाएगा।
— Mayawati (@Mayawati) August 2, 2019
मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ‘उन्नाव रेप पीड़िता व उसके परिवार की सत्ता शक्ति द्वारा जो दुःख/व्यथा है वह अक्षम्य व सरकार को लज्जित करने वाला है जिसकी क्षतिपूर्ति नहीं हो सकती है। फिर भी मा सुप्रीम कोर्ट ने जो हस्तक्षेप किया है वे उसके लिए बधाई के पात्र है। लेकिन दोषियों को सख्त सजा मिलने पर ही इंसाफ हो पाएगा।’
2.अभियुक्त विधायक को सत्ताधारी बीजेपी का लगातार संरक्षण रहा है, यह कोई लुकी-छिपी बात नहीं है। यही कारण है कि किसी न किसी बहाने रेप आदि का यह केस सीबीआई के पास होने के बावजूद काफी लम्बे समय से लम्बित पड़ा है व जिस कारण पीड़िता स्वंय नए हादसे का शिकार होकर मरणासन्न है। अति-दुःखद।
— Mayawati (@Mayawati) July 31, 2019
इसके साथ ही उन्होंने दूसरा ट्वीट कर लिखा, ‘अभियुक्त विधायक को सत्ताधारी बीजेपी का लगातार संरक्षण रहा है, यह कोई लुकी-छिपी बात नहीं है। यही कारण है कि किसी न किसी बहाने रेप आदि का यह केस सीबीआई के पास होने के बावजूद काफी लम्बे समय से लम्बित पड़ा है व जिस कारण पीड़िता स्वंय नए हादसे का शिकार होकर मरणासन्न है। अति-दुःखद।’
बता दें कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता के परिवार की मांग को ध्यान में रखते हुए लखनऊ में ही पीड़िता का इलाज होने का आदेश दिया। इसके साथ ही कोर्ट ने सुरक्षा के कारणों के मद्देनजर पीड़िता के चाचा को रायबरेली जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफट करने के आदेश दिए।