नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके बाद अब उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। असम के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि असम में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार एवं संगठनात्मक कमजोरी के लिए हम पदाधिकारीगण उत्तरदायी है।
असम में पार्टी द्वारा अपेक्षित स्तर का प्रदर्शन न कर पाने के लिए प्रभारी के रूप में मैं उत्तरदायी हूँ। मैंने अपनी कमी को स्वीकारते हुए अपने महामंत्री के पद से पूर्व..@INCAssam pic.twitter.com/SxjZRERVAj— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 3, 2019
हरीश रावत ने ट्वीट कर लिखा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार एवं संगठनात्मक कमजोरी के लिए हम पदाधिकारीगण उत्तरदायी है। असम में पार्टी द्वारा अपेक्षित स्तर का प्रदर्शन न कर पाने के लिए प्रभारी के रूप में मैं उत्तरदायी हूँ। मैंने अपनी कमी को स्वीकारते हुए अपने महामंत्री के पद से पूर्व में ही त्याग पत्र दे दिया है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम करने के लिए मेरी स्थिति के लोगों के लिए पद आवश्यक नहीं है मगर प्रेरणा देने वाला नेता आवश्यक है। प्रेरणा देने की क्षमता केवल राहुल गांधी में है, उनके हाथ में बागडोर रहे तो यह संभव है कि हम 2022 में राज्यों में हो रहे चुनाव में वर्तमान स्थिति को बदल सकते हैं और 2024 में भाजपा और नरेंद्र मोदी को हरा सकते हैं। इसलिए लोकतांत्रिक शक्तियां और सभी कांग्रेसजन राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद पर देखना चाहते हैं।