रश्मि सिंह|World Diabetes Day 2023: क्या आपको पता है डायबिटीज एक गंभीर समस्या है, पर हम लोग इसको टाल देते है यह कह कर की कोई बिमारी नहीं है। एक स्टडी के मुताबिक, भारत में 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। यह बहुत बड़ी संख्या है, जो एक गंभीर स्थिति की ओर संकेत कर रहा है। इसलिए जरुरी है कि लोगों में डायबिटीज के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरुकता हो। लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरुक करने के लिए, हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। आइए जानतें है कि क्या है इस साल की थीम और इतिहास।

डायबिटीड का इतिहास
वर्ल्ड डायबिटीज डे की शुरुआत 1991 में इंटरनेशनल डायबिटीज फांउडेशन और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने की थी। इस दिन को मनाने के लिए 14 नवंबर को चुनने के पीछे एक खास वजह है। इस दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि इस दिन सर फ्रेड्रिक बैटिंग का जन्मदिवस है। इन्होंने डायबिटीज के इलाज के लिए इंसुलिन की खोज में बहुत अहम भूमिका निभाई थी। वर्ल्ड डायबिटीज डे को नीले रंग के लोगो से दर्शाया जाता है। इस चिन्ह को डायबिटीज अवेयनेस का प्रतीक भी माना जाता है।
इस साल की थीम
डायबिटीज टाइप-2 और डायबिटीज से जुड़ी अन्य परेशानियों से बचाव के लिए, इस साल की थीम एक्सेस टू डायबिटीज केयर रखी है। इस थीम के जरिए सबको समान चिकित्सा मिल सके और इस बीमारी के बारे में सही जानकारी मिल सके, इस बात पर जोर दिया गया है। इस थीम की मदद से डायबिटीज टाइप-2 को रोकने या उससे वक्त पर पहचान कर, उसका सही इलाज करवाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की कोशिश की जा रही है।