India Condemns Bangladesh For Hindu Leader Murder : भारत ने बांग्लादेश में हिंदू नेता भाबेश चंद्र रॉय की हत्या की कड़ी निंदा की है और ढाका की अंतरिम सरकार को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेने को कहा है। बांग्लादेश के दिनाजपुर में 58 वर्षीय हिंदू नेता भाबेश चंद्र रॉय की क्रूर हत्या कर दी गई थी। इस पर भारत सरकार ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार की निंदा की है।
रणधीर जायसवाल ने की कड़ी निंदा
विदेश मंत्रालय (MEA)के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शनिवार को X (पूर्व ट्विटर) पर इस घटना को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “हमने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक नेता श्री भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या को व्यथित रूप से देखा है। यह हत्या अंतरिम सरकार के तहत हिंदू अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न को दोहराने का काम करती है, जबकि पिछली ऐसी घटनाओं के अपराधी दंड से बचकर घूमते हैं।”
#BreakingNews | बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा जारी
➡️हिंदुओं के प्रमुख नेता भाबेश चंद्र रॉय की हत्या
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— Jantantra Tv (@JantantraTv) April 19, 2025
हिंदू समुदाय के नेता थे भाबेश चंद्र रॉय
भाबेश चंद्र रॉय बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष और क्षेत्र में हिंदू समुदाय के एक प्रमुख नेता थे। बिराल पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अब्दुस सबूर के हवाले से बताया कि मामला दर्ज करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही है. इस बीच, भारत ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर बांग्लादेशी अधिकारियों की टिप्पणियों को खारिज कर दिया और ढाका से कहा कि वह उपदेश देने के बजाय अपने यहां अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करे।
भारत ने बांग्लादेश को दी सलाह
एक दिन पहले यानी शुक्रवार को भी भारत ने बांग्लादेश से कहा था कि “पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर नैतिक उपदेश देने के बजाय अपने यहां अल्पसंख्यकों की रक्षा पर ध्यान दें”। दरअसल, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस के प्रेस सेक्रेटरी ने कहा था कि “भारत को उन अल्पसंख्यक मुस्लिमों की रक्षा करनी चाहिए, जो पिछले हफ्ते बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा से प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि इस हिंसा को भड़काने में बांग्लादेश का हाथ है। भारत ने कड़ा विरोध करते हुए कहा कि बांग्लादेश का यह बयान धूर्तता और कपट से भरा है। वह अपने यहां अल्पसंख्यकों के नरसंहार से ध्यान भटकाना चाहता है।”