India-Bangladesh News : भारत को बांग्लादेश की चीन के साथ बढ़ती नजदीकी से सतर्क रहने की जरूरत है। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस नेटवर्किंग के माध्यम से अपनी पहचान बनाने के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में मोहम्मद यूनुस ने एक बयान दिया था, लेकिम वह अपनी टिप्पणियों के नतीजों से अनजान थे। उन्होंने भारत के भूमि से घिरे होने और बांग्लादेश के पास ‘समुद्र का मालिकाना हक’ को लेकर बयान दिया था। हालांकि, सेवन सिस्टर्स और चीन को लेकर दिए बयान के बाद यूनुस अब खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं।
सेना के कब्जे की थी आशंका
बांग्लादेश से शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद अंतरिम प्रशासन ने भारत की अनदेखी करते हुए बीजिंग के साथ करीबी दिखाई है। चीन से बांग्लादेश की दोस्ती को राष्ट्रीय स्वाभिमान के तौर पर देखा जा रहा है। यूनुस और नरेंद्र मोदी के बीच बैंकॉक में बातचीत हुई थी। बांग्लादेश में कुछ हफ्तों के दौरान कानून-व्यवस्था में गिरावट और अवामी लीग सरकार को हटाने के बाद बांग्लादेश में सत्ता पर सेना के कब्जे की अफवाहों ने जोर पकड़ लिया है।
भारत विरोधी रुख को बढ़ावा दिया
25 फरवरी को सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-ज़मान ने सार्वजनिक रूप से लड़ाई बंद करने और अपने काम को व्यवस्थित करने की सलाह दी थी। हालांकि ऐसा हो नहीं पाया। यूनुस उन उग्रवादियों पर निर्भर हैं जो उनकी सरकार का हिस्सा हैं। इस्लामवादियों के हितैषी माने जाने वाले इन ‘छात्र’ कार्यकर्ताओं ने 1971 के मुक्ति संग्राम के प्रतीकों को मिटाने के साथ ही 2024 के विद्रोह में बांग्लादेश को एक इस्लामिक देश बनाने की मुहिम का नेतृत्व किया है।
भारत ने बांग्लादेश को खास अंदाज में दिया जवाब :-
- बांग्लादेश खाद्य और उपभोक्ता वस्तुओं को लेकर भारत पर निर्भर है।
- भारत मामूली रुकावटों के साथ उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति जारी रखी है।
- भारत ने बांग्लादेशियों के लिए मेडिकल वीज़ा सहित अन्य वीज़ा में कटौती की है।
- जामदानी साड़ी विक्रेताओं जैसे छोटे व्यापारी