Israel PM Benjamin Netanyahu : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की फ़ोन पर एक-दूसरे से बातचीत हुई। दोनों के बीच इजरायली बंधकों को रिहा करने के प्रयासों और गाजा पर इजरायल के हमलों को लेकर चर्चा हुई। इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने रविवार, 23 मार्च को एक बयान जारी किया।
बेंजामिन नेतन्याहू सरकार ने कहा कि “दोनों नेताओं ने इजरायली बंधकों की रिहाई पर बात की। इसके साथ ही गाजा में फिर से लड़ाई शुरू करने के साथ क्षेत्रीय विकास पर भी दोनों के बीच चर्चा हुई। इस दौरान रुबियो ने अमेरिका और इजरायल के बीच नीतियों के लिए अटूट समर्थन को व्यक्त किया।”
युद्धविराम को लेकर दोनों देशों में हुई बातचीत
इजरायल ने मंगलवार, 18 मार्च को गाजा में हवाई और जमीनी हमले शुरू किए थे। जिससे दो महीने का युद्धविराम समाप्त हो गया। वहीं इस दौरान गाज़ा के स्वास्थ्य अधिकारियों के बताया कि इजरायल की तरफ से की गई बमबारी में करीब 673 लोग मारे गए हैं। इसके साथ ही 1,233 अन्य लोगों के घायल होने की खबर है। हमास ने इस बीच इजरायल पर जनवरी 2025 में दोनों देशों के बीच हुए युद्ध विराम समझौते को तोड़ने का आरोप लगाया गया है।
हमास ने दिया अपना बयान
हमास के प्रवक्ता ताहिर अल-नुनू ने शुक्रवार, 21 मार्च को अपने एक बयान में कहा कि “युद्धविराम को दोबारा जिवंत करने के लिए उद्देश्य से आए मध्यस्थों के नए प्रस्तावों का मूल्यांकन कर रहा है। इसके अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ का ‘ब्रिजिंग’ प्रस्ताव भी शामिल है।” इससे पहले 16 फरवरी को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “हमास उनके सभी बंधकों को वापस नहीं करता है तो वे हमास के लिए नरक के द्वार खोल देंगे।” इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के गाजा के भविष्य के लिए साहसिक दृष्टिकोण की खूब तारीफ की थी।
अमेरिका-इजरायल का साझा बयान
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने एक सयुंक्त बयान में कहा कि “अमेरिका और इजरायल की गाजा के मामले में एक जैसी ही नीति है।” उन्होंने कहा कि “हम हर बार इस रणनीति का विवरण जनता को नहीं दे सकते हैं।”