जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: गोल्ड लोन ने कई चीजों को आसान बना दिया। मुसीबत के समय गहने के बदले आसानी से लोन मिल जाता है। लेकिन समय पर नहीं चुकाने से यह बड़ा दुख भी दे सकता है। समय पर भुगतान न कर पाने वाले ऐसे ही करीब 1 लाख परिवारों का सोना बैंक और एनबीएफसी नीलाम करने जा रहे हैं।
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दरअसल, गोल्ड लोन बाजार में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले मुत्थूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस ने नोटिस जारी कर कर्ज चुकाने में डिफॉल्ट करने वालों का सोना नीलाम करने की बात कही है। बताया जा रहा है इस बुधवार को नीलामी का पहला चरण शुरू हो जाएगा। NBFC और बैंक हर महीने ऐसे गोल्ड लोन के सोने की नीलामी करते हैं। अब एक लाख से अधिक डिफॉल्टरों के सोने की नीलामी 16 फरवरी को होगी।
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने जताई चिंता
एक लाख से ज्यादा लोगों के गहनों की निलामी देश को गरीबी और गंभीर चिंता की ओर दखेल रही है। ऐसे हालातों पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर सवाल उठाया है।
वरुण गांधी ने ट्वीट में एक रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘’अपनी पत्नी के जेवर गिरवी रखते वक्त पुरुष का आत्मसम्मान भी गिरवी हो जाता है। किसी भी हिंदुस्तानी का जेवर या मकान गिरवी रखना अंतिम विकल्प होता है। महामारी और मंहगाई की दोहरी मार झेल रहे आम भारतीयों को यह असंवेदनशीलता अंदर तक तोड़ देगी। क्या यही नए भारत के निर्माण की परिकल्पना है?’’
आर्थिक मंदी की ओर तो नहीं
एक्सपर्ट का कहना है कि गोल्ड लोन के बढ़ते डिफॉल्ट और सोने की नीलामी देश में आर्थिक मंदी की ओर इशारा करती है। कोरोनाकाल में लाखों लोगों का रोजगार चला गया या उनका कारोबार चौपट हो गया। ऐसे लोगों ने सोना गिरवी रखकर लोन लिया, लेकिन दोबारा आमदनी नहीं हो पाने की वजह से इसे चुका नहीं पा रहे। यह ऐसी आर्थिक तंगी है जो दिखती नहीं है और बैंक इसका फायदा उठा रहे हैं।