ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 116 देशों की सूची में फिसलकर 101वें स्थान पर आ गया है। इससे पहले भारत 94वें स्थान पर था।
जनतंत्र डेस्क Global Hunger Index 2021: भूख मिटाने में भारत की स्थिति अब और भी बेकार हो गई। ये हम नहीं रिपोर्ट्स कह रही हैं। वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2021 की लिस्ट जारी हो गई और इस लिस्ट में भारत की जो रैंक है उस पर चिंता करने की जरूरत है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 116 देशों की सूची में फिसलकर 101वें स्थान पर आ गया है। इससे पहले भारत 94वें स्थान पर था। इसके साथ भारत उन 31 देशों में भी शामिल है जहां भुखमरी एक गंभीर समस्या है। इस हिसाब से भारत ने भूख मिटाने में पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे हो गया है। हंगर इंडेक्स 2021 की लिस्ट में पाकिस्तान 92वें, नेपाल और बांग्लादेश 76वें स्थान पर है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स की सूची में पांच से कम जीएचआई स्कोर रखने वाले चीन, ब्राजील और कुवैत समेत 18 देश शीर्ष स्थान पर हैं। कम जीएचआई स्कोर का मतलब वह देश भुखमरी मिटाने में ज्यादा सक्षम है। अगर किसी देश का जीएचआई स्कोर ज्यादा है तो इसका मतलब उस देश में भूखमरी संकट काफी चिंताजनक है। अलग-अलग देशों में लोगों को खाने की चीजें कैसी और कितनी मिलती हैं। ग्लोबल हंगर इंडेक्स उसे दिखाने का साधन है। ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स’ का सूचकांक हर साल ताज़ा आंकड़ों के साथ जारी किया जाता है। वहीं, ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि भारत में कोविड महामारी और लॉकडाउन के कारण लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
Global Hunger Index 2021: कैसे तय होता है जीएचआई स्कोर
भूख के संकट पर यह यह रिपोर्ट आयरलैंड की सहायता एजेंसी कन्सर्न वर्ल्डवाइड और जर्मनी के संगठन वेल्ट हंगर हिल्फ ने मिलकर तैयार की है। रिपोर्ट में भारत में भूखमरी के स्तर को लेकर चिंता जताई गई है। जीएचआई स्कोर चार संकेतकों के आधार पर तय किया जाता है- अल्पपोषण, चाइल्ड वेस्टिंग यानि पांच साल से कम उम्र के बच्चे जिनका वजन उनकी ऊंचाई के हिसाब से कम है। ये तीव्र कुपोषण को दर्शाता है। चाइल्ड स्टंटिंग यानि पांच साल से कम उम्र के बच्चे जिनकी उम्र के मुताबिक लंबाई कम है, जो लंबे समय से कुपोषण को दर्शाता है। इसके साथ बाल मृत्यु दर यानि पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर। इन चार पैमानों पर हंगर इंडेक्स मापा जाता है। .
रोटी, कपड़ा और मकान ये तीन हर किसी की जरूरत और अधिकार हैं। रोटी के बिना तो जीवन संभव नहीं। जब कोई भूख से बिलखकर और तड़पकर मर जाता है तो ये बेहद असहनीय होता है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की स्थिति अच्छी नहीं है। रिपोर्ट में बताए गए आंकड़ों पर हमें काफी ज्यादा चिंता करने की जरूरत है। सूची में हम कई देशों को पीछे छोड़ते हैं जिससे साफ होता है भारत में अभी भी भुखमरी संकट बरकरार है।