Parliament Winter Session: लोकसभा की कार्रवाई का आज यानी 13 दिसंबर को आठवां दिन है। ऐसे में बुधवार को दो युवक सदन में कूद पड़े, जिसके बाद कार्रवाई को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि युवकों ने विजिटर गैलरी से छलांग लगाई थी और उनके हाथ में स्मोक क्रैकर मिलने की खबर भी सामने आयी है। हालांकि बता दें कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुरक्षा घेरा को तोड़ा जिससे अफरा तफरी का माहौल बन गया है। लेकिन दोनों पर काबू पाया गया।
अधीर रंजन ने कहा…
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “दो युवक गैलरी से कूदे और उन्होंने कुछ फेंका, जिससे गैस निकल रही थी। उन्हें सांसदों ने पकड़ा, उसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला। सदन दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह निश्चित रूप से एक सुरक्षा उल्लंघन है।”
डिंपल यादव ने कहा इस पर ध्यान देने..
लोकसभा में सुरक्षा चूक पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा, “यह पूरी तरह से सुरक्षा चूक है। आज सदन के अंदर कुछ भी हो सकता था। जो भी लोग यहां आते हैं – चाहे वे आगंतुक हों या रिपोर्टर, किसी के टैग नहीं हैं। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए”
संसद के हमले की क्या थी कहानी?
दरअसल, भारतीय संसद पर 22 साल 13 दिसंबर 2001 को ही पाकिस्तान की शय पर आतंकवादियों ने हमला किया था। उस वक्त हमले में 9 लोग मारे गए थे। लेकिन उस वक्त तैनात सेना के जवानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर संसद के अंदर आने से रोक दिया था। उस वक्त शीतकालीन सत्र चल रहा था। हादसे के दिन महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान हंगामे के बाद सदन को कुछ वक्त के लिए स्थगित कर दिया गया था। उस समय पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और सोनिया गांधी सदन से बाहर निकल गई थीं। तभी सुबह 11.30 बजे आतंकवादियों और भारतीय सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जो दोपहर 4 बजे तक चली थी बता दें कि 5 हमलावर भी मारे गए थे।