Mahakumbh Mela 2025 : महाकुंभ (Mahakumbh) की धूम देश से विदेशों में भी देखने को मिल रही है। दूर-दूर से श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में आस्था और श्रद्धा की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान रोज नए रिकॉर्ड बना और तोड़ रहा है। 11 जनवरी से 16 जनवरी के बीच 6 दिन के भीतर सात करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में स्नान कर लिया है। वहीं गुरुवार, 16 जनवरी को 30 लाख से ज्यादा लोगों ने संगम में पवित्र स्नान किया है।
महाकुंभ में आस्था की डुबकी
उत्तर-प्रदेश (Uttar-Pradesh) की योगी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा लोग संगम स्नान के लिए आने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक महाकुंभ की शुरुआत में ही सात करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। प्रयागराज में कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं में जोश और उत्साह की कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। देश और दुनिया भर से लोग पवित्र त्रिवेणी में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने के लिए लाखों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
5वें दिन कितने लोगों ने लगाई पवित्र डुबकी?
गौरतलब हो कि गुरुवार, 16 जनवरी को शाम छह बजे तक जानकारी के अनुसार 30 लाख से ज्यादा लोगों ने संगम में स्नान कर लिया था। इसमें 10 लाख कल्पवासियों के समेत विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल हैं। महाकुंभ में हर रोज भक्तों का तांता लगा रहा है। विश्व के अनेक देशों से आए श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में स्नान किया। महाकुंभ नगर में पूरे देश की विभिन्न संस्कृतियों की झलक देखने को मिल रही है।
अब तक करोड़ों श्रद्धालु कर चुके हैं संगम में स्नान
महाकुंभ की शुरुआत से पहले 11 जनवरी को लगभग 45 लाख लोगों ने संगम में स्नान किया था। वहीं 12 जनवरी को 65 लाख लोगों के संगम में स्नान कर रिकॉर्ड बनाया। महाकुंभ की शुरुआत से पहले ही एक करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके थे। महाकुंभ के पहले दिन 1.70 करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया। 14 जनवरी मकर संक्रांति के अवसर पर 3.50 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। महाकुंभ के तीसरे दिन 15 जनवरी को 40 लाख लोगों ने डुबकी लगाई। 16 जनवरी को शाम 6 बजे तक 30 लाख लोगों ने स्नान किया।