Shehzad poonawalla controversy : आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला (Shehzad poonawalla) के विवादित बयान पर पलटवार किया है। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा केजरीवाल ने कहा भाजपा के प्रवक्ता ने जो कहा, वो उनकी मानसिकता को दिखाता है। वहीं अरविंद केजरीवाल से पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शहजाद को आड़े हाथों ले चुके हैं।
“वो बीजेपी की मानसिकता” – अरविंद केजरीवाल
‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा “अखिलेश जी, बीजेपी के प्रवक्ता ने जो बोला, वो बीजेपी की मानसिकता दिखता है। उनके नेता सुबह शाम केवल गालियाँ देने का काम करते हैं। कभी महिलाओं को गालियाँ देते हैं, कभी पूर्वांचली समाज को गाली देते हैं। और जो जितनी बड़ी और गंदी गाली देता है, उसको उतना बड़ा पद मिलता है। पूरे पूर्वांचली समाज के लिए इनके द्वारा बोले गए ये अपमानजनक शब्द बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। इसका जवाब पूर्वांचली समाज बटन दबाकर देगा।”
अखिलेश यादव ने भाजपा प्रवक्ता पर साधा निशाना
बता दें कि अखिलेश यादव ने भाजपा प्रवक्ता पर निशाना साधते हुए अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था “भाजपा के एक राष्ट्रीय प्रवक्ता द्वारा एक राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल पर आम आदमी पार्टी, दिल्ली के एक निर्वाचित विधायक के उपनाम को बिगाड़कर, उस उपनाम के लिए अत्यंत आपत्तिजनक अपशब्द का इस्तेमाल करना दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं बल्कि घोर निंदनीय भी है। ये कथन भाजपा की उप्र, बिहार और पूर्वांचलियों के प्रति उस संकीर्ण सोच को दर्शाता है, जो हमेशा नकारात्मक रही है। ये किसी माफ़ी से ख़त्म होनेवाला मामला नहीं है। इस ‘शब्द-बाण’ से अपमानित हुए पूर्वांचली, इसे कभी भूलेंगे नहीं। यूपी-बिहार कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!”
“शहजाद पूनावाला को माफी मांगनी चाहिए” – मनोज तिवारी
वहीं इस विवादित मामले पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा था कि ” शहजाद पूनावाला को माफी मांगनी चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि पार्टी भी इस मामले पर संज्ञान लेगी।” दरअसल भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक टीवी डिबेट के दौरान ‘आप’ नेता ऋतुराज झा पर आपत्तिजनक बयान दिया था। इस पर दोनों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली थी। ऋतुराज झा ने कुछ ऐसे शब्द कहे थे, जिसपर शहजाद पूनावाला ने टिप्पणी की। ” आम आदमी पार्टी ने उनके बयान को पूर्वांचली समुदाय का अपमान बताया है।