Mahakumbh-Mahashivratri 2025 : उत्तर-प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में आयोजित महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) की शुरुआत 13 जनवरी से हुई थी। वहीं अब महाकुंभ 2025 का अंतिम स्नान बुधवार को महाशिवरात्रि के मौके पर होने वाला है। जिसके लिए योगी सरकार और प्रशासन आयोजन के लिए कड़ी तैयारियां कर चुका है।
महाशिवरात्री (Mahashivratri) के मौके पर महाकुंभ में आखिरी अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है। जिसकी वजह से प्रशासन ने शाम 4 बजे से कुंभ मेला क्षेत्र को वाहन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। इसके अलावा शाम 6 बजे से पूरे प्रयागराज में वाहनों के आने-जाने पर प्रतिबंध होगा। इस दौरान केवल आवश्यक वाहनों को ही छूट दी जाएगी।
सीएम योगी और पुलिस के दिशा-निर्देश
कल महाकुंभ में आखिरी स्नान पर शिवरात्रि के लिए उत्तर प्रदेश में काफी तैयारियां की जा रही है। सोमवार को सीएम योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मदद से सारी तैयारियों की जांच पड़ताल की थीं। जिमसे उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर उच्चाधिकारियों को कड़े दिशा-निर्देश दिए है। साथ ही सीएम योगी ने ये भी कहा है की महाकुंभ मेला के बाहर शहर और राजमार्गों में जाम न हो जाये इस बात पर भी ध्यान रखा जाएं। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जो निर्देश दिए थे उन्ही के अनुसार, शिव मंदिरों की सफाई, सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है।
आखिरी अमृत स्नान का महत्व
आपको ये बता दे की महाकुम्भ के अमृत स्नान का हिन्दू धर्म में बेहद महत्व मन जाता है। यह पवित्र स्नान अनुष्ठान प्रयागराज की पावन धरती में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर होगा। इस अमृत स्नान में दुनिया भर से लोग डुबकी लगाने आते है। ऐसा माना जाता है की इस पवित्र संगम में डुबकी लगाने से आत्मा और शरीर की शुद्धि हो जाती है
अब तक कितने लोग कर चुके है स्नान
महाकुंभ में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की बात करे तो अब तक इस पवित्र संगम में डुबकी लगाने वालो की संख्या लगभग 60 करोड़ पार पहुंच गई है।