जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में जिस तरीके से ‘कालानमक’ चावल को बढ़ावा देने औऱ बिहार के दरभंगा में मखाना को प्रमोट करने के लिए दोनों जिलों के अधिकारियों को प्रधानमंत्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
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गुरुवार को अधिकारियों को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। 15वें सिविल सेवा दिवस के मौके पर दिल्ली के विज्ञान भवन में इस पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया था। यूपी में ‘कालानमक’ चावल को प्रमोट किया गया था और बिहार के दरभंगा में मखाने को बढ़ावा देने की कोशिशों के लिए अधिकारियों का सम्मान हुआ।
कालानमक चावल को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट (ओडीओपी) स्कीम के तहत अवॉर्ड मिला है। ओडीओपी एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें हर जिले के सबसे खास एक प्रोडेक्ट को प्रोत्साहित किया जाता है। सिद्धार्थनगर जिले का ओडीओपी प्रोडक्ट कालानमक चावल है। कालानमक चावल को उसके सुंगध और पोषक तत्वों के लिए जाना जाता है।
पिछले कुछ सालों में कालानमक चावल की खेती में तेजी से सुधार हुआ है और इसका फायदा किसानों को मिल रहा है। वहीं, मखाना, बिहार के दरभंगा का ओडीओपी प्रोडक्ट है। दरभंगा में हर साल चार हजार टन मखाना का उत्पादन होता है। करीब 1.25 लाख परिवार मखाने की खेती, कटाई, प्रसंस्करण में काम में शामिल हैं।