नई दिल्ली: Afghanistan Crisis: आतंकी संगठन तालिबान के कब्ज़े के बाद से ही अफ़ग़ानिस्तान की तस्वीर अब पहले जैसे नहीं रही है लोगों में तालिबान का खौफ इतना बढ़ चूका है की अफ़ग़ान निवासी जल्द से जल्द अपना मुल्क छोड़ने को मज़बूर है।तालिबान का कब्ज़ा होते ही राष्ट्रपति ‘अशरफ गनी’ अपना पद त्याग कर देश छोड़ के चले गए थे। जो आज बड़ा सवाल बन चूका है, अफगान निवासियों के साथ-साथ पूर्व अधिकारी भी अशरफ गनी की तलाश कर रहे है।
Afghanistan Crisis: अशरफ गनी ने लि ‘अबु धाबी’ में शरण
बता दें, सूत्रों के हवाले से खबर यह भी आयी थी, कि अशरफ गनी पहले उनके तजाकिस्तान से ओमान जाने की बात हो रही थी.लेकिन जब तजाकिस्तान ने उनके प्लेन को उतरने नहीं दिया था। जिसके बाद ये बड़ा सवाल था की आखिर अशरफ गनी है कहा। सूत्रों की मानों तो अशरफ गनी अब ‘अबु धाबी’ में शरण ले चुके है। जिसके बाद उनका वापस आने का कोई इरादा नहीं है और वो अब वही रहेंगे। इससे पहले रूस की सरकारी मीडिया ने दावा किया था कि अफगानिस्तान से भागते हुए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने हेलीकॉप्टर में ठूंस-ठूंस कर नकदी भरी थी लेकिन जगह की कमी के कारण नोटों से भरे कुछ बैग रनवे पर ही छोड़ने पड़ गये थे।
‘अमरुल्ला सालेह’ ने की राष्ट्रपति होने की घोषणा
वहीं, मंगलवार को अफगानिस्तान के पहले उपराष्ट्रपति ‘अमरुल्ला सालेह’ ने घोषणा की, कि वह देश में ही हैं और वैध कार्यकारी अध्यक्ष राष्ट्रपति हैं सालेह ने एक ट्वीट में कहा, “राष्ट्रपति की अनुपस्थिति, पलायन, इस्तीफा या मृत्यु में उपराष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाता है. मैं वर्तमान में अपने देश के अंदर हूं और वैध केयरटेकर राष्ट्रपति हूं. मैं सभी नेताओं से उनके समर्थन और आम सहमति के लिए संपर्क कर रहा हूं”।
Clarity: As per d constitution of Afg, in absence, escape, resignation or death of the President the FVP becomes the caretaker President. I am currently inside my country & am the legitimate care taker President. Am reaching out to all leaders to secure their support & consensus.
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 17, 2021
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जो बाइडेन से बहस करना बेकार :अमरुल्ला सालेह
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि, “अब अफगानिस्तान पर जो बाइडेन से बहस करना बेकार है. उसे जाने दो. हमें अफगानों को यह साबित करना होगा कि अफगानिस्तान वियतनाम नहीं है और तालिबान भी दूर से वियतनामी कम्यूनिस्ट की तरह नहीं हैं. यूएस-नाटो के विपरीत हमने हौसला नहीं खोया है और आगे अपार संभावनाएं देख रहे हैं. चेतावनियां समाप्त हो गई हैं. प्रतिरोध में शामिल हों.”इसके साथ ही अशरफ गनी की तस्वीर हटाकर अफगानिस्तान के ताजिकिस्तान एम्बेसी ने ‘अमरुल्ला सालेह’ की तस्वीर लगा दी है।
It is futile to argue with @POTUS on Afg now. Let him digest it. We d Afgs must prove tht Afgh isn't Vietnam & the Talibs aren't even remotely like Vietcong. Unlike US/NATO we hvn't lost spirit & see enormous oprtnities ahead. Useless caveats are finished. JOIN THE RESISTANCE.
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 17, 2021
इसी बीच, ताजिकिस्तान स्थित अफगानिस्तान एम्बेसी ने इंटरपोल से पूर्व राष्ट्रपति ‘अशरफ गनी’ को पकड़ने की गुहार लगाई है. टोलो न्यूज़ ने सूत्रों से बताया है कि एम्बेसी ने कहा कि “लोगों का धन चुराकर भागने के आरोपी अशरफ गनी, हमदल्लाह मोहिब और फैजल महमूद फाजली को हिरासत में लिया जाए, ताकि अफगानिस्तान के पैसे वापस किए जाएं”।