जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: तमिलनाडु के तंजावुर जिले में एक मंदिर की रथयात्रा के दौरान बड़ा हादसा हो गया। बुधवार तड़के रथ के बिजली के तार की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 2 बच्चे भी हैं मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल हैं। जबकी हादसे में 15 लोग घायल हो गए हैं।
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घटना कालिमेदू में अप्पार मंदिर में हुई। मंदिर से रथयात्रा निकलने के बाद जब इसके मुड़ने की बारी आई तो ऊपर बिछे तारों के जाल की वजह से रथ को आगे नहीं ले जाया जा सका। हालांकि, जैसे ही रथ को पीछे किया गया, उसका संपर्क हाई-टेंशन लाइन से हो गया और करंट पूरे रथ पर फैल गया।
सेंट्रल जोन के आईजी वी बालाकृष्णन और तंजावुर की एसपी रवली प्रिया घायलों को देखने अस्पताल पहुंचे। हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें रथ को पूरी तरह से जलते देखा जा सकता है।
मुआवजे का ऐलान
तंजावुर में करंट लगने से जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, हादसे में घायलों को भी पीएम राहत कोष से 50-50 हज़ार रुपये की राशि दी जाएगी।
पीएम मोदी ने हादसे पर ट्वीट करके दुख जताया। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु के तंजावुर में हुए हादसे से गहरा दुख हुआ। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि घायल लोग जल्द ठीक हो जाएंगे।”
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी दुख जताया और मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की है। मामले में एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है।