Parliament Budget Session : संसद में आज बजट का तीसरा दिन है। सदन में आज संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) वक्फ विधेयक पर अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती थी। लेकिन इस बीच विपक्ष ने सदन से महाकुंभ भगदड़ को लेकर चर्चा की मांग की। कार्रवाई शुरू होते ही संसद में विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा मचाना शुरू कर दिया। विपक्षी सांसद सदन में चर्चा की मांग कर रहे हैं। इस बीच प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ के मुद्दे पर राज्यसभा में सभी विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया।
विपक्ष ने किया सदन में हंगामा
बता दें कि लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की। विपक्षी सांसदों का आरोप है कि योगी सरकार मृतकों का सही आंकड़ा नहीं बता रही है। सरकार इसे छुपाने की कोशिश कर रही है। विपक्ष की मांग है कई सरकार को मृतकों की पूरी लिस्ट जारी करना चाहिए। लोकसभा में कार्यवाही शुरू होती ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से शांत रहने की अपील की।
“लोग जवाबदेही चाहते हैं” – मनोज झा
RJD सांसद मनोज झा ने महाकुंभ भगदड़ मामले पर कहा, “चिंता का विषय यह है कि आखिर कितनी जाने गई हैं? महाकुंभ इनसे (भाजपा) पहले भी था और इनके बाद भी होगा, महाकुंभ निरंतर है लेकिन राजनैतिक दल निरंतर नहीं है। लोग जवाबदेही चाहते हैं, इतनी जाने जाएं और सदन को अनभिज्ञ रखना सारे देश को अनभिज्ञ रखने जैसा है।”
“घटना पर चर्चा होनी चाहिए” – प्रमोद तिवारी
वहीं सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “हमने एक घंटे के लिए वॉकआउट किया है फिर जाकर इस मुद्दे को उठाएंगे। मैं जनाना चाहता हूं कि अभी तक सूची क्यों नहीं जारी हुई? जो 30 लोगों की मौत हुई है उनके नाम अभी तक क्यों नहीं बताए गए हैं? उनकी फोटो क्यों नहीं जारी की गई। हम सदन के अंदर क्या उन मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि भी अर्पित नहीं कर सकते? घटना पर चर्चा होनी चाहिए। सरकार जानबूझकर मृतकों की संख्या छुपाना चाहती है और इस घटना को दबाना चाहती है।”