Canada Election Results : कनाडा में आम चुनाव हाल ही में हुए है। अब उनके नतीजों का इंतजार कनाडा के साथ-साथ पूरा विश्व कर रहा है। प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी इस आम चुनाव में लीड कर रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि मार्क कार्नी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और कनाडा के रिश्ते कुछ हद तक ठीक हो सकते हैं। दरअसल, पूर्व कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में भारत और कनाडा के बीच काफी दूरियां आ गई हैं। जस्टिन ट्रूडो भारत पर कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं। भारत से बढ़ते तनाव के बीच उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उनके बाद अब कनाडा का नया प्रधानमंत्री कौन होगा बस इसका इंतजार है।
जगमीत सिंह की करारी हार
इस बार कनाडा में प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी की जीत साफ नजर आ रही है। वहीं जस्टिन ट्रूडो के खालिस्तानी यार की कनाडा में इज्जत नहीं बची है। कनाडा चुनाव 2025 के नतीजे आने के साथ ही जगमीत सिंह की नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) 12 सीटें भी नहीं जीत पाई है। इस हार के बाद उनकी पार्टी ने राष्ट्रीय पार्टी होने का दर्जा तक खो दिया है। जानकारी के मुताबिक खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की एडीपी ने 343 सीटों पर चुनाव लड़ा था। लेकिन वह आठ सीटों पर जीत हासिल नहीं कर पाई है। हालांकि पिछले चुनाव में उन्होंने 24 सीटें जीती थीं। लेकिन इस बार तो कनाडा की जनता ने उन्हें भाव ही नहीं दिया।
भारत खिलाफ जहर उगलता है जगमीत सिंह
दरअसल जगमीत सिंह एक धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय से आता है। उम्मीद थी कि इस बार वह प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के खिलाफ चुनाव जीतकर कनाडा का नेतृत्व कर सकते हैं। इसके समर्थन से ही जस्टिन ट्रूडो ने काफी समय तक अपनी सरकार चलाई है। जिसके बदले में जगमीत अपना खालिस्तान प्रोपेगेंडा चलाता रहा। जगमीत सिंह भारतीय मूल का कनाडाई नागरिक है। उसका जन्म भारत के पंजाब के बरनाला जिले के ठीकरिवाल गांव में हुआ। जिसके बाद 1970 के दशक में उसका परिवार कनाडा जाकर बस गया। हमेशा से जगमीत सिंह भारत खिलाफ जहर उगलता रहा है। 1984 के सिख विरोधी दंगा हो या नागरिकता कानून हर मामले पर उसने भारत के खिलाफ बयानबाजी की है।