Shaheed Diwas 2025 : भारत में 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत को याद करता है। इन दिन इन तीनों स्वतंत्रता सेनानियों को ब्रिटिश सरकार ने फांसी पर चढ़ाया था।
तीनों वीरों को नमन
दरअसल भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने महात्मा गांधी के नेतृत्व वाले अहिंसक आंदोलन से अलग होकर क्रांतिकारी रास्ते पर चलने का फैसला किया था। इन तीनों ने भारत को स्वतंत्र कराने में अहम भूमिका निभाई है। इन सभी का मकसद भारत को ब्रिटिश सरकार से मुक्त कराना था, जिसके कारण इन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ हथियार उठाए थे।
भगत सिंह ने देश को किया एकजुट
शहीद भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1907 में पाकिस्तान के लायलपुर के बंगा गांव में हुआ था। उन्होंने अपने साथियों को साथ मिलकर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ कई क्रांतिकारी कदम उठाए। उन्होंने प्रसिद्ध लाहौर षड्यंत्र कांड में ब्रिटिश अधिकारी सांडर्स को मारने की कोशिश की थी। इसके बाद उन्होंने अंग्रेजी सरकार के खिलाफ बम फेंका था। ताकि भारत के लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा सकें। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 23 मार्च 1931 को उन्हें फांसी दे दी गई।
इस दिन का इतिहास
भगत सिंह के साथ राजगुरु और सुखदेव भी शामिल थे। इनका मकसद केवल ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करना नहीं था। बल्कि भारतीय जनता को स्वतंत्रता के लिए जागरूक करना भी था। इन तीनों ने अपनी जिंदगी को देश ने नाम समर्पित कर दिया था। इन क्रांतिकारियों ने अपने बलिदान से यह सिद्ध कर दिया कि भारतीयों में स्वतंत्रता के लिए काफी ज्यादा जूनून था। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जैसे वीरों ने केवल अपने देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र को एकजुट करने में भी अहम योगदान दिया था।
#BreakingNews | बलिदान दिवस पर पीएम मोदी का पोस्ट
➡️ ‘भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान को याद करते हैं’
➡️ ‘न्याय के लिए उनका प्रयास सभी को प्रेरित करता है’@PMOIndia #BhagatSingh #Rajguru #Sukhdev #BreakingNews #Jantantratv #HindiNews #LatestNews #Updates pic.twitter.com/c6ynhBczV0
— Jantantra Tv (@JantantraTv) March 23, 2025
बलिदान दिवस पर पीएम मोदी का पोस्ट
शहीद दिवस पर पीएम मोदी ने लिखा “आज हमारा देश भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के सर्वोच्च बलिदान को याद कर रहा है। स्वतंत्रता और न्याय के लिए उनकी निडर खोज हम सभी को प्रेरित करती रहती है।”