Shahid Afridi Latest Statement: पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव हुआ और 10 मई को सीजफायर का ऐलान किया गया। इस दौरान शाहिद अफरीदी अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। उन्होंने पहले भारतीय सेना के खिलाफ बयान दिया, फिर जब सीजफायर हुआ, तो विजयी यात्रा निकालकर अपना मजाक बना लिया।
शाहिद अफरीदी का बना मजाक
भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचाया, जिसके बाद पाकिस्तान सेना ने कायराना हरकत करते हुए भारत के आम नागरिकों पर ड्रोन से हमले किए लेकिन भारतीय सेना ने इसे भी मार गिराया। भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ तो शाहिद अफरीदी इसे अपने देश की जीत मान बैठे, उन्होंने एक विजय यात्रा तक निकाल दी। हालांकि नुकसान के बावजूद इस यात्रा को निकालने के लिए उनका मजाक भी खूब बना। अब उनका एक और स्टेटमेंट वायरल हो रहा है।
हमारी तरक्की रोक रहा भारत
शाहिद अफरीदी ने आरोप लगाया कि उन्हें आगे बढ़ने से इंडिया रोक रहा है। सोशल मीडिया पर शाहिद अफरीदी को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। हालांकि शाहिद अफरीदी यह बात भूल गए कि उनके मुल्क के लोग ही अपने देश के दुश्मन है।
BSF ने मारा था शाहिद अफरीदी का भाई
शाहिद अफरीदी की भारतीय सेना से नफरत की एक खास वजह भी है। बता दें कि शाहिद अफरीदी का चचेरा भाई भारत- पाकिस्तान बॉर्डर पर मारा गया था। साल 2003 में अनंतनाग में हुई एक मुठभेड़ में BSF ने शाहिद अफरीदी के भाई को मार गिराया था।शाहिद अफरीदी के भाई का नाम शाकिब था। शाकिब हरकत-उल-अंसार का बटालियन कमांडर बताया था। उस वक्त BSF ने बताया था कि शाकिब के पास से बरामद डाक्यूमेंट्स से साबित होता था कि उसके शाहिद अफरीदी से संबंध थे, लेकिन तब शाहिद अफरीदी ने इस बात से मुंह मोड़ लिया था।
शाहिद अफरीदी ने क्या कहा?
पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए शाहिद अफरीदी ने भारत को एक बार फिर कोसा। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान को आगे बढ़ने से भारत रोक रहा है। उन्होंने कहा, “इंडिया तरक्की कर रहा है और हम उसकी तरक्की में बहुत खुश रहे हैं। उनकी क्रिकेट आगे बढ़ रही है, अच्छी बात है। हम आगे बढ़ रहे हैं तो हमें रोका जा रहा है वरना हम भी तेजी से तरक्की करते. ये क्या पड़ोसियों के काम हैं।” हालांकि अफरीदी भूल गए कि पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे बड़ा दुश्मन उनके ही लोग हैं, या वह जानते हुए भी ये बात नहीं कबूलना चाहते। पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के कई अध्यक्ष अचानक अपना पद छोड़ देते हैं, फिर कोच और कप्तान भी बदल दिए जाते हैं।