नई दिल्ली : COVID-19 UPDATE : समय-समय पर कोरोना के रूप में बदलाव देखने को मिल रहा है। कोरोना संक्रमण के ज्यादा खतरानाक होने का यह भी एक बड़ा कारण है। इसीलिए कोरोना की इस जंग में वैक्ससीन सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरकर आया है। ऐसे में दुनियाभर के लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि कोरोना के SARS-COV-2 म्यूटेशन को रोकना संभव है या नहीं। वैज्ञानिकों के अनुसार SARS-COV-2 म्यूटेशन को रोकने के लिए वैक्सीनेशन की रणनीति में थोड़ा बदलाव करने की ज़रूरत है। वैज्ञानिकों के मुताबिक उन लोगों पर कोरोना का खतरा ज़्यादा है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है जैसे कि कैंसर, टीबी और HIV से पीड़ित मरीज़। ऐसे लोगों में कोरोना के नए वेरियंट से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
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COVID-19 UPDATE : कमज़ोर इम्यूनिटी वालों को वैक्सीनेशन में मिले प्राथमिकता
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक लेख में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने बताया है कि अगर कोरोना को रोकना है तो उन लोगों का चयन करना ज़रूरी है जिनकी इम्यूनिटी पहले से ही काफी कमज़ोर है। लेख में कहा गया है कि SARS-COV-2 के संक्रमण को कम करने के लिए ऐसे रोगियों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। शोध में कहा गया है कि कोरोना से संक्रमित मरीज़ों को तुरंत दूसरों से अलग हो जाना चाहिए और कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने तक किसी से भी नहीं मिलना चाहिए।
COVID-19 UPDATE : उम्र की परवाह किए बिना हो टीकाकरण
ऐसे समय में जब कोरोना की तीसरी लहर ने कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है तब फ्रेड हचिंसन कैंसर रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिकों का कहना है कि किसी गंभीर बीमारी से संक्रमित रोगियों के परिवार के सदस्यों को भी उम्र की परवाह किए बिना पहले टीका लगाया जाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कम इम्यूनिटी वाले मरीज़ के घर के सदस्य भी उनके संपर्क में आकर जल्दी संक्रमित हो सकते हैं। लोक नायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार का कहना है कि अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों में से अधिकतर मरीज़ टीवी और HIV जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं।