जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: इस साल बसंत पंचमी का त्योहार 5 फरवरी को मनाया जाएगा। यह पर्व माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, मां सरस्वती का जन्म बसंत पंचमी के दिन हुआ था इसलिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है। देवी सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है।
बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त
बसंत पंचमी माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि, शनिवार 5 फरवरी को सुबह 03 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि अगले दिन 6 फरवरी, रविवार को सुबह 03 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। बसंत पंचमी की पूजा सूर्योदय के बाद और पूर्वाह्न से पहले की जाती है।
पूजा विधि और मंत्र
शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन आप उनके मंत्रों का जाप और सरस्वती वंदना अवश्य करें। इसके बाद मां सरस्वती की आरती करना बिल्कुल न भूलें। ऐसा माना जाता है कि इसके बाद ही पूजा संपन्न मानी जाती है और पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
मंत्र: सरस्वती नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणी, विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु में सदा।