जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: वट सावित्री व्रत 30 मई दिन सोमवार को है। इस दिन ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है। इसी दिन सोमवती अमावस्या और शनि जयंती का भी संयोग है। बता दें कि सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी दांपत्य जीवन के लिए वट सावित्री व्रत (vat savitri vrat) रखती हैं। आइए जानते हैं वट सावित्री व्रत की पूजा विधि और सामग्री।
व्रत की पूजा सामग्री
1. सावित्री और सत्यवान की मूर्ति या तस्वीर
2. बांस वाला पंखा, बरगद का फल
3. कलावा, कच्चा सूत
4. दीपक, धूप, अक्षत्, गंध, इत्र
5. फल, फूल, कुमकुम, सिंदूर
6. रोली, चंदन, बताशा, पान, सुपारी
7. सुहाग की सामग्री, सवा मीटर कपड़ा
8. नारियल, मिठाई, जल वाला कलश, मखाना
9. मूंगफली दाना, पूड़ी, भींगा चना, गुड़
10. घर पर बने पकवान आदि
11. वट सावित्री व्रत कथा की पुस्तक
व्रत की पूजा विधि
व्रत वाले दिन शुभ मुहूर्त में किसी वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ के नीचे सावित्री और सत्यवान की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित कर दें। फिर वृक्ष को जल अर्पित करें। उसके बाद सावित्री, सत्यवान और वट वृक्ष की पूजा करें। बारी बारी से पूजन सामग्री अर्पित करें।
इसके पश्चात वट वृक्ष की सात बार परिक्रमा करते हुए कच्चा सूत लपेट लें। परिक्रमा पूरी होने के बाद वट सावित्री व्रत कथा का पाठ करें या सुनें। उसके बाद आरती करें। पूजा समाप्ति के बाद पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना करें। उसके बाद ब्राह्मण को दान दे दें।