Lohri 2024: लोहड़ी का त्योहार सर्दियों की समाप्ति का प्रतीक माना जाता है, तो वहीं भारत में इस त्योहार को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। आपको बता दें कि यह हर साल पौष माह में मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है। लेकिन इस साल यह पर्व 14 जनवरी के दिन यानी कि रविवार को मनाया जाएगा। हालांकि, पंजाबी परिवारों में, नए जोड़े की पहली लोहड़ी काफी महत्वपूर्ण होती है और दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देने के लिए फसल उत्सव को भव्यता से मनाया जाता है। लेकिन इस त्योहार को देश के सभी लोग मनाते हैं, यानी कि बड़े हिस्से में लोहड़ी मनायी जाती है।
लोहड़ी के पर्व का क्या है महत्व
बता दें कि पंजाब की मुख्य शीतकालीन फसल, गेहूं, अधिकतर अक्टूबर में बोई जाती है और भारतीय राज्य के खेतों में जनवरी में अपने चरम पर देखी जाती है। तो वहीं फसल की कटाई मार्च में की जाती है, लेकिन रबी की फसल की कटाई के हफ्तों के बाद, लोग अलाव के चारों ओर इकट्ठा होते हैं और जनवरी में लोहड़ी के रूप में शीतकालीन संक्रांति और आने वाले वसंत ऋतु का जश्न मनाते हैं। इसी वजह से लोहड़ी मनायी जाती है। आपको यह भी बता दें कि लोहड़ी के उत्सव को लेकर यह भी कहा जाता है कि इस दिन, सूर्य मकर राशि में एंटर करते हैं, जिसे काफी शुभ माना जाता है क्योंकि यह एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
भूलकर भी न करें ये चीजें
- लोहड़ी के दिन तामसिक भोजन यानी प्याज, लहसुन, मांसाहार से बचना चाहिए।
- इस शुभ दिन पर घर के बड़े-बुजुर्ग का अनादर नहीं करना चाहिए।
- लोहड़ी के दिन भूलकर भी काले वस्त्र नहीं धारण करना चाहिए।
- इस दिन झूठी चीजों को अग्नि में डालने से बचना चाहिए।
- लोहड़ी के दिन किसी के बारे में बुरा नहीं बोलना चाहिए।
- इस दिन लड़ाई-झगड़े से दूर रहना चाहिए।