Eng vs SL: वर्ल्ड कप 2023 में इंग्लैंड के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब श्रीलंका ने बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को 8 विकेट से धूल चटा दी। टॉस जीतकर पहले बैटिंग के लिए उतरी इंग्लैंड को श्रीलंकाई गेंदबाज़ों ने महज़ 33.2 ओवर में 156 रनों पर समेट दिया। जवाब में श्रीलंका ने 2 विकेट पर 25.4 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। श्रीलंका के लिए पाथुम निसंका ने 77* और सदीरा समरविक्रमा ने 65* रनों की नाबाद पारियां खेलीं। वहीं गेंदबाज़ी में श्रीलंका के लिए लाहिरू कुमारा ने 3 विकेट लिए।
श्रीलंका ने शुरुआत से लेकर आखीर तक मुकाबला अपनी गिरफ्त में रखा। बॉलिंग से लेकर फील्डिंग और बैटिंग तक श्रीलंका ने किसी भी पल इंग्लैंड को हावी नहीं होने दिया। पहले बैटिंग के लिए उतरी इंग्लैंड की ओर से थर्ड क्लास बल्लेबाज़ी देखने को मिली। टीम के लिए बेन स्टोक्स ने 43 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली। वहीं कुल 6 बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके। इस दौरान श्रीलंका ने अपनी टाइट गेंदबाज़ी से इंग्लिश बल्लेबाज़ों को बांधकर रखा। श्रीलंका के लिए लाहिरू कुमारा ने कमाल करते हुए 3 विकेट चटकाए। जबकि रजिथा और मैथ्यूज को 2-2 एवं तीक्षणा को 1 सफलात मिली।
बेजबॉल की निकली हवा
इंग्लैंड की टीम ने पिछले कुछ सालों से अपने क्रिकेट खेलने के तरीके में जबरदस्त बदलाव किया है। इसमें उसे बहुत हद तक सफलता भी मिली है। इंग्लैंड मॉर्डन डे क्रिकेट में, जिसका अनुसरण किया उसे बैजबॉल का नाम दिया गया है। इसमें पहली ही गेंद से ताबड़तोड़ प्रहार उसे चकित करने को प्राथमिकता दिया जाता है। खास तौर से टेस्ट क्रिकेट में। टेस्ट क्रिकेट का ही अप्रोच टीम ने वनडे और टी20 में भी अपनाया, लेकिन मैनेजमेंट शायद यह भूल गई कि विश्व कप जैसे टूर्नामेंट में उन्हें एक अलग तरह की रणनीति के साथ मैदान पर उतरनी चाहिए थी।
जोस बटलर की खराब कप्तानी
टूर्नामेंट में जोस बटलर की कप्तानी के कारण भी टीम में अस्थिरता का माहौल है। बटलर लगातार टीम में बदलाव करते हुए आ रहे हैं। बटलर ने खिलाड़ियों की क्षमता और प्रतिभा से अधिक आंकड़ों अनुभव पर भरोसा जताया। यही कारण है कि बेन स्टोक्स और मोइन अली जैसे खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में मौका तो मिला लेकिन वह उम्मीदों पर खड़े नहीं उतर सके। बटलर के प्लेइंग इलेवन को लेकर कई फैसले भी टीम के खिलाफ गए।