Mission Shakti 4.0: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यानी शनिवार को अपने सरकारी आवास से मिशन शक्ति के चौथे संस्करण का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण में बीसी सखी के योगदान का भी जिक्र किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में वर्ष 2020 में महिला संबंधी अपराधों को नियंत्रित करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसकी थीम थी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन। तीन मुद्दों को लेकर शुरू हुआ कार्यक्रम आज मिशन शक्ति के नाम से जाना जाता है। इस कार्यक्रम ने प्रदेश में लोकप्रियता हासिल करने के साथ पूरे देश में महिला संबंधी अपराध को नियंत्रित करने और अपराधियों को सजा दिलाने वाले राज्यों में अग्रणी राज्य बन गया। मिशन शक्ति की सफलता का ही परिणाम है कि भारत सरकार ने भी महिला सुरक्षा के लिए चलाए जाने वाले अभियान का नाम मिशन शक्ति रखा है, जो यह दर्शाता है कि जब कोई भी इनिशिएटिव समाज में व्यापक जागरूकता का बड़ा माध्यम बनता है तो उसे राष्ट्रव्यापी बनने में देर नहीं लगती है। मिशन शक्ति के इस चौथे चरण का भी यह उद्देश्य है।
हर शहर, गांव और नगर निकायों के वार्ड में…
वहीं 15 अक्टूबर से हर शहर, गांव और नगर निकायों के वार्ड में केंद्र और राज्य सरकार की महिला संबंधी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस दौरान सरकार की ओर से महिलाओं और बेटियों की रक्षा से संबंधित उठाए गए विभिन्न मुद्दों से उन्हें अवगत कराया जाएगा। पहले प्रदेश में लोग महिलाओं के बारे में बोलते थे कि वह बहुत पढ़ी-लिखी नहीं है तो वह क्या काम कर पाएंगी। लेकिन हमारी सरकार न इस अवधारणा को बदला। आज बीसी सखी, बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंस सखी बन कर वह गांव में बैंक की कमी को पूरा कर रही हैं। इतना ही नहीं वह गांवों के लोगों की विपत्ति के समय में मदद भी कर रही हैं। इन महिलाओं को सरकार की ओर से छह माह का प्रशिक्षण दिया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ…
महिला संबंधी अपराध को नियंत्रित करने में और अपराध करने वाले अपराधियों को दंडित करवाने में उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी राज्यों में आज देखा जा रहा है। मिशन शक्ति अभियान की सफलता का ही परिणाम है कि आज भारत सरकार ने भी महिला सुरक्षा के लिए चलने वाले अभियान का नाम मिशन शक्ति ही रखा है