नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में रविवार को गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 का शुभारंभ किया। इस आजोन में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा भी मौजद रहे।
शाह ने इस सेरेमनी को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने एक पुरानी घटना याद की। उन्होंने कहा कि जिस समय यूपी के सीएम चुनने का मंथन चल रहा था तो उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वह बस ये ही चाहते थे कि राज्य की सीएम की कमान ऐसे शख्स को दी जाए जो अपने काम के प्रति समर्पित हो।
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि योगी जी ही यूपी के सीएम बनेंगे। उन्होंने कहा कि जब हमने योगी जी को सीएम बनाने का फैसला किया तो मेरा फोन लगातार बजने लगा। उन्होंने कहा कि लोगों ने उनसे कहा कि योगी ने तो नगर निगम भी नहीं चलाया और न ही वह कभी मंत्री रहे है, वे तो एक संन्यासी है तो ऐसे में यूपी के सीएम पद की जिम्मेदारी उन्हें क्यों दी गई।
अमित शाह ने कहा कि मुझे और पीएम मोदी को उन पर पूरा भरोसा था और आज यूपी की तस्वीर देखकर लगता है कि हमारा फैसला बिलकुल सही था। उन्होंने कहा कि आज सुशासन का नतीजा उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा फैसला आज सही साबित हुआ है।
योगी के राज में यूपी में हुए कई परिवर्तन
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 में अमित शाह ने कहा, ‘पिछली सरकारों में देश को सबसे बड़ा प्रदेश, सबसे ज्यादा संसाधनों वाला प्रदेश, सबसे ज्यादा पानी की उपलब्धता वाला प्रदेश बुरी तरह से बिखरा पड़ा था। 2017 में जनता ने बीजेपी की सरकार बनाने का मौका दिया और योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश में ढेर सारे परिवर्तन हुए। औद्योगिक क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में कई काम हुए हैं, लेकिन एक जिला-एक उत्पाद की योजना सबसे बेहतर योजनाओं में से एक है।
बता दें कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 में अमित शाह ने लगभग 65 हजार करोड़ रुपये की 290 औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 60 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं की नींव रखी थी। इस कार्यक्रम में अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी और एचसीएल के चेयरमैन शिव नाडर जैसे बड़े बिजनेसमैन मौजूद रहे।