Baba Bokh Naag: पिछले करीब 17 दिनों से उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग में 41 मजदूर फंसे हुए थे। लेकिन अंतत: उन्हें 28 नंवबर मंगलवार को बचा लिया गया है। उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया था। इसी बीच पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए कहा कि बाबा बौख नाग जी की कृपा और करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एंव बचाव दलों के अथक परिश्रम से सुरंग में फंसे मजूदरों को सही सलामत बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का काम पूरा हो चुका है और जल्द ही सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। लेकिन चर्चा का विषय़ बना हुआ है कौन हैं बाबा बौख नाग। इससे पहले जान लें कि, बीते 17 दिनों से बाबा बौखनाग मंदिर में देवता को प्रसन्न करने के लिए अराधना और पूजा की गई थी। यहां तक सीएम धामी भी मजदूरों के लिए पूजा कर चुके हैं। इसके अलावा श्रमिकों के बचाव के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरंग एक्सपर्ट अर्नाल्ड डिक्स ने भी बाबा बौखनाग देवता के मंदिर में पूजा की है।
कौन हैं बाबा बौखनाग देवता?
उत्तरकाशी के राड़ी टॉप इलाके में स्थित बाबा बौखनाग देवता का मंदिर इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, बाबा बौखनाग को पहाड़ों का रक्षक माना जाता है। वहां लोग बाबा को ईष्ट देवता भी मानते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि बाबा बौखनाग की उत्पत्ति नाग के रूप में हुई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में पूजा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यह भी कहा जाता है संतान सुख की चाह रखने वाले लोगों को इस मंदिर में जरूर दर्शन करने जाना चाहिए। ऐसा करने से उनकी यह इच्छा पूरी हो जाती है। यहां हर साल मेला का भी आयोजन किया जाता है और दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। जब से उत्तरकाशी में इतना बड़ा हादसा हुआ है तब से ही यहां लगातार पूजा की जा रही है।
मंदिर को लेकर यह है मान्यता
उत्तराखंड को लेकर उत्तराखंड में बाबा बौखनाग देवता को पहाड़ों का देवता माना जाता है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी बाबा बौखनाग देवता का मंदिर स्थित है और इस स्थान पर हर साल हजारों श्रद्धालु आस्था के साथ नंगे पांव दर्शन करने के लिए जाते हैं। स्थानीय लोगों का दावा है कि सुरंग निर्माण के दौरान प्राचीन मंदिर को क्षति पहुंचाई गई है, जिससे बाबा बौखनाग देवता नाराज हो गए हैं और ये बड़ा हादसा हो गया है। स्थानीय लोगों में यह भी मान्यता है कि जो नवविवाहित और निसंतान लोग यहां दर्शन के लिए आता है, उन्हें संतान की प्राप्ति होती है और जीवन में सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।