जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: हाल में ही एक बड़ी खबर सामने आयी है। जिसमें डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को इंटरनेशनल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। यह बीमारी अब तक 74 देशों में फैल चुकी है।
भारत में केरल के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली में भी मंकीपॉक्स का केस पाया गया है। आपको बता दें, यदि आपकी कोई इंटरनेशनल ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है। तब भी आपको मंकीपॉक्स हो सकता है। मंकीपॉक्स वायरल संक्रमण है और पहली बार 1970 में मनुष्य में पाया गया था।
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WHO: मंकीपॉक्स इंटरनेशनल हेल्थ इमरजेंसी घोषित
23 जून को डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने बढ़ते मामलों को देखते हुए मंकीपॉक्स को इंटरनेशनल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है।
WHO: मंकीपॉक्स यौन गतिविधि के माध्यम से हुआ है, ट्रांसमिट
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसन की प्रकाशित एक रिपोर्ट में 16 देशों में 528 संक्रमित लोगों पर किये गए एक सर्वे में 90 प्रतिशत मामलों को यौन गतिविधि के माध्यम से ट्रांसमिट किया गया है।
लक्षण
मंकीपॉक्स के लक्षणों में पांच दिनों तक बुखार, सिर दर्द मासपेशियों में दर्द के साथ पीठ में दर्द रहता है। इसके बाद चेहरे हथेलियों और तलवों मे चकते दिखाई देते है। चकतों में घाव धब्बे और पपड़ी दिखाई देने लगती है। हालांकि, यह चेचक की तुलना में कम खतरनाक है।
WHO: मंकीपॉक्स से बचने के लिए चेचक के टीके इम्वेनेक्स के उपयोग की मंजूरी
गौरतलब है कि यह इस तरह का अब तक का सबसे बडा शौध है। मंकीपॉक्स से बचने के लिए यूरोपीय संघ के ड्रग कंट्रोलर ने चेचक के टीके इम्वेनेक्स के उपयोग की मंजूरी देने की घोषणा की, मंकीपॉक्स वायरस और चेचक वायरस के बीच समानता के कारण इसे मंकीपॉक्स के लिए एक संभावित टीका भी माना जाता है।