शनिवार को बागपत के गांगनोली गांव में स्थित एक मस्जिद में यह वारदात हुई,मौलाना इब्राहिम अपनी पत्नी इसराना और दो बेटियों सोफिया और सुमैय्या के साथ मस्जिद में रहते थे ,शनिवार सुबह मौलाना ने दो नाबालिग छात्रों की पिटाई की, जो उनके पास तालीम लेते थे,इसके बाद मौलाना देवबंद चले गए, जहां अफगानी विदेश मंत्री का स्वागत कार्यक्रम था | दोपहर 1 बजे के आसपास दोनों नाबालिग छात्र मस्जिद में घुसे और मौलाना की पत्नी और दो बेटियों की हथौड़े और चाकू से हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों छात्र रोने और हंगामे का नाटक करने लगे, ताकि किसी को उन पर शक न हो |
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों नाबालिग छात्रों को गिरफ्तार किया.. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने मौलाना की पिटाई का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने हथौड़ा और चाकू बरामद कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है। मौलाना इब्राहिम ने बताया कि उन्होंने दोनों छात्रों की पिटाई की थी, क्योंकि उन्होंने पढ़ाई में गलती की थी। उन्हें नहीं पता था कि इससे इतना बड़ा अपराध हो जाएगा। मौलाना ने पुलिस से न्यायिक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
इस वारदात के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। लोगों ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। मौलाना के समर्थकों ने भी पुलिस से न्यायिक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है…इस मामले में न्यायिक कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि आरोपियों को उनके अपराध के लिए सजा मिल सके।
लेकिन एक सवाल ये भी उठ रहा है दोनों छात्र नाबालीग हैं ऐसे में उनको क्या कठोर सजा मील पाएगी या नही ….ये साधारण सी सजा मिलेगी ?