बाबा महाकाल की नगरी में शुरू हुआ पोस्टर विवाद बढ़ता नजर आ रहा है.अब यह हिंदू बनाम मुस्लिम होता दिखाई दे रहा है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि आई लव मोहम्मद के बाद अब शहर में आई लव महाकाल के पोस्टर भी सामने आया है. ऐसे में इसे पहले लगाए गए पोस्टर के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है.दरअसल, बीते मंगलवार को उज्जैन के ईदगाह पर कुछ शरारती लोगों ने आई लव मोहम्मद का पोस्टर लगा दिया था.पोस्टर सामने आने के बाद इसे लेकर विरोध हुआ. जानकारी मिलते ही एसपी प्रदीप शर्मा ने कुछ ही देर में पोस्टर हटा दिया, लेकिन तब तक इसके वीडियो वायरल हो गए. इसके बाद बुधवार को शहर की कालिदास अकादमी में चल रहे गरबे के दौरान आई लव महाकाल लिखा पोस्टर नजर आया. कुछ लोगों ने पोस्टर लहराकर बाबा महाकाल के जयकारे लगाए. हांलाकि, इस दौरान किसी ने भी कोई अनर्गल नारेबाजी नहीं की, जिससे पुलिस ने भी किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की है ।
‘आई लव मोहम्मद’ (I Love Mohammad) लिखा पोस्टर सबसे पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में सामने आया था. चार सितंबर को शहर के बावफात में बिना अनुमति एक जुलूस निकाला गया था, इस दौरान ‘आई लव मोहम्मद’ लिखा एक पोस्टर पहली बार सामने आया था. दूसरे समुदाय के लोगों ने इसे ‘नई परंपरा’ बताकर विरोध किया. जिसके बाद पुलिस ने अनुमति नहीं होने के कारण पोस्टर हटवा दिए ।
इंदौर में भी लगा था पोस्टर
‘आई लव मोहम्मद’ लिखे पोस्टर इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र में भी लगाए गए थे. हिंदू संगठनों को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने विरोध किया था, उनका कहना था कि इस तरह के पोस्टर लगाकर शहर में तनाव पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है ।पोस्टर विवाद को देखते हुए पूरे प्रदेश की पुलिस अलर्ट पर है. उज्जैन और इंदौर पुलिस भी पूरे विवाद पर नजर बनाए हुए है. पुलिस के आला अधिकारियों को कहना है कि लोग किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें, कानून व्यवस्था का पालन करें ।इस आयोजन में भक्ति और देशभक्ति का संगम देखा गया. गरबा महोत्सव में एक स्वर में हजारों लोगों ने बाबा महाकाल के जयकारे लगाए, जिसके चलते यह गरबा कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बन गया. इस साल पंडाल की सबसे बड़ी खासियत पंडाल में लगे ‘आई लव महाकाल’ के पोस्टर थे.आयोजकों ने बताया कि यह महाकाल के प्रति अपनी गहरी आस्था प्रकट करने का एक तरीका है. कार्यक्रम में जैसे ही डांडिया की धुन शुरू हुई, पूरा पंडाल ‘जय महाकाल’ के नारों से गूंज उठा. आई लव महाकाल के पोस्टर पर लोगों का कहना था कि जब नगर निगम शहरों के नाम से बैनर लगा सकता है, तो हम अपने आराध्य देव के लिए ‘आई लव महाकाल’ का बैनर क्यों नहीं लगा सकते है।
यानी भगवान शंकर से जुड़े दो प्रमुख तीर्थ स्थलों उज्जैन और काशी से महादेव के प्रति प्यार जताने का अभियान शुरु हो गया है..लोग अब सड़कों पर उतर रहे हैं। हालांकि अभी तक ऐसी कोई तस्वीर नहीं दिखी जिसमें हिंदुओं ने सिर तंत्र से जुदा जैसे नफरती नारे लगाए..किसी को धमकाने की कोशिश की हो या किसी के खिलाफ नफरत फैलाई हो..एक तरफ जवाबी पोस्टर लग रहे है..तो दूसरी तरफ यूपी के बाद अब मध्य प्रदेश में भी आई लव मोहम्मद की मुहिम तेज करने की तैयारी हो रही है।
इस देश में हर धर्म के व्यक्ति को अपने पूज्य,अपने भगवान,अपने नबी के प्रति प्यार जताने का अधिकार है..लेकिन इस प्यार को दिखाने के नाम पर शक्ति प्रदर्शन नहीं होना चाहिए..इसका इस्तमाल अराजकता फैलाने के लिए नहीं करना चाहिए..आई लव मोहम्मद के नाम पर देश के अलग-अलग हिस्सों में जो हिंसक प्रदर्शन हो रहे है।