Asaduddin Owaisi On Murshidabad Hinsa : पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के खिलाफ भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 150 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। यह हिंसा मुर्शिदाबाद, 24 परगना, मालदा और हुगली जिलों में हुई है। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर बयान देने से इनकार कर दिया है, और कहा है कि वह पश्चिम बंगाल सरकार के प्रवक्ता नहीं हैं।
ओवैसी ने हिंसा की निंदा की
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “बंगाल सरकार के पास बेहतर लोग हैं जो इस सवाल का जवाब दे सकते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में बुलडोजर एक्शन पर बात करते हुए कहा कि वहां एक 14 साल के बच्चे के घर पर क्रिकेट मैच के दौरान नारा लगाने के आरोप में बुलडोजर चलवा दिया गया। ओवैसी ने हिंसा की निंदा की और शांतिपूर्ण प्रदर्शन की बात कही।”
“अपनी विचारधारा को देश पर थोप रहे”
ओवैसी ने नए वक्फ कानून पर पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि “यह कानून संविधान के खिलाफ है। उन्होंने पीएम से इस कानून पर फिर से गौर करने की अपील की और कहा कि वह अपनी विचारधारा को देश पर थोप रहे हैं। ओवैसी ने पीएम को सलाह दी कि उनकी विचारधारा भारतीय राष्ट्रवाद और संविधान होनी चाहिए।”
50 से ज्यादा लोगों की हुई गिरफ्तारी
असदुद्दीन ओवैसी का बयान कि जो चीज हिंदुओं और सिखों के लिए अच्छी है, उसे मुसलमानों के लिए खराब कैसे कहा जा सकता है, वक्फ कानून पर बहस का केंद्र बिंदु है। पश्चिम बंगाल में इस कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई।
विश्व हिंदू परिषद ने हिंसा पर दिया बयान
वहीं इस बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस हिंसा को “सेक्युलर-जिहादी गठजोड़” की साजिश बताया है। विहिप का आरोप है कि वक्फ कानून के बहाने देश में दंगे भड़काने की कोशिश की जा रही है। संगठन ने सरकार और प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है ताकि देश में शांति बनी रहे।