Bangladesh Voilence : बांग्लादेश में कुछ महीनों की शांति के बादक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। इस हिंसा में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के कार्यकर्ताओं समेत निर्दोष हिंदुओं को निशाना बनाया है। ये हिंसा बुधवार रात करीब 8 बजे हुई। भीड़ ढाका के धानमंडी एरिया में बने मकान नंबर-32 में गई और वहां खूब तोड़फोड़ मचाई। हिंसा के दौरान शेख हसीना के खिलाफ खूब नारेबाजी की गई। दंगाइयों ने शेख हसीना के खिलाफ फाशी फाशी फाशी चाय, शेख हसीनार फाशी चाय; सारा बांग्ला खोबोर दे जैसे कई भड़काऊ नारे लगाएं।
मकान को किया गया आग के हवाले
इस हिंसा की अगुवाई ‘स्टूडेंट मूवमेंट अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ नाम के संगठन से जुड़े नेता कर रहे थे। ये वही लोग हैं जिन्होंने शेख हसीना को देश से बाहर भागने को मजबूर किया था। यह सभी शेख हसीना की घोषणा पर भड़के थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि वे अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को वर्चुअल तरीके से संबोधित करेंगी। इन्होने धमकी दी थी कि अगर हसीना ने कोई बयान दिया, तो धानमंडी के मकान नंबर 32 को बुलडोजर से उड़ा दिया जाएगा। बता दें कि यह मकान शेख हसीना की पारिवारिक संपत्ति है।
पुलिसवालों ने नहीं की कोई कार्रवाई
इसके बाद हिंसा में सैकड़ों छात्र और समर्थक जुड़ गए। सभी दंगाई रात 8 बजे ही धानमंडी-32 में घुस गए। दंगाइयों ने गेट तोड़कर अंदर जबरदस्त तोड़फोड़ की। इस दौरान मकान के गेट पर लगाए गए शेख मुजीबुर रहमान के भित्ति चित्र को भी तोड़ दिया। इसके साथ ही मकान को भी आग के हवाले भी कर दिया गया। घटना के वक्त वहां पर करीब 100 पुलिसकर्मी मौजूद थे।
इसके साथ ही भीड़ ने बांग्लादेश में राजशाही जिले के फुदकी पारा गांव में हिंदुओं के घरों पर हमला बोल दिया। इस दौरान सरस्वती प्रतिमा को भी तोड़ दिया गया। वहीं पोतुआखली जिले के एक मुस्लिम युवक के उत्पीड़न से तंग आकर इति दास नाम की हिंदू लड़की ने सुसाइट कर लिया।