Delhi Politics : दिल्ली की सत्ता से आम आदमी पार्टी की विदाई हो चुकी है। वहीं अब नगर निगम से भी आप की विदाई के संकेत मिल रहे हैं। शनिवार, 15 जनवरी को आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों ने भाजपा का हाथ थाम लिया है। तीन पार्षदों के इस तरह पाला बदलने से नगर निगम में भाजपा की स्तिथि मजबूत होती हुई नजर आ रही है। इसका असर सीधा अप्रैल में होने वाले मेयर-डिप्टी मेयर के चुनाव में दिखाई पड़ सकता है। ऐसे में भाजपा एक बार फिर बाजी मार सकती है। अगर ऐसा होता है, तो केंद्र, राज्य सरकार और निगम में भाजपा की सरकार होगी, जिसे पार्टी ‘ट्रिपल इंजन’ कहती है।
आप की बढ़ी मुश्किलें
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। आप के तीन निगम पार्षदों के भाजपा में जाने से उनकी संख्या 115 हो गई है। वहीं, आप के पास 116 पार्षद बचे हैं। ऐसे में पूरा चुनाव भाजपा के पाले में जाता हुआ नजर आ रहा है। मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में पार्षदों के साथ 14 मनोनीत विधायक भी वोट करते हैं। इनमें 13 भाजपा से शामिल हो सकते हैं।
दिल्ली में बन सकती है ‘ट्रिपल इंजन’ की सरकार
बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा के 10 सांसद भी वोटिंग में हिस्सा लेते हैं। इनमें से 7 भाजपा के हैं। साथ ही, 12 पार्षद अब विधायक बन चुके हैं। अब इन्हीं सीटों पर चुनाव होना है। पार्षदों के विधायक बनने के बाद निगम सदन में 250 वार्ड में से कुल 238 पार्षद मौजूद हैं। 12 वार्ड पर उपचुनाव होना है। अभी तक भाजपा 8 पार्षद चुनाव और आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद विधानसभा चुनाव जीते थे।